रिजर्व बैंक ने पॉलिसी रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने लगातार सातवीं बार रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य की घोषणा की और रेपो रेट को छह दशमलव पांच प्रतिशत पर ही रखा। उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद दर सात प्रतिशत और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मुद्रा स्फीति चार दशमलव पांच प्रतिशत पर रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि 29 मार्च 2024 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के सर्वोच्च स्तर छह सौ 45 अरब 60 करोड डॉलर पर पहुंच गया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि इस वर्ष वैश्विक व्यापार में सुधार की आशा है लेकिन यह औसत से नीचे रहेगा। घरेलू स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में मांग में बढोत्तरी हो रही है, गैर संगठित क्षेत्र में सुधार है और निवेश बढ रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए भू-राजनीतिक स्थितियां और सार्वजनिक ऋण का ऊंचा स्तर गंभीर चिंता के विषय हैं।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति की तीन दिन की बैठक बुधवार को शुरू हुई थी। समिति की कुल छह बैठकें इस वित्तीय वर्ष में होनी है। पिछली बार रिजर्व बैंक ने फरवरी 2023 में रेपो रेट में बढोतरी की थी और इसे छह दशमलव पांच प्रतिशत कर दिया था।
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