के.जे. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का किया गया आयोजन
अग्रणी विभिन्न विषयों पर 200 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत : प्राचार्य डॉ. सुहास खोत
कोंढवा, अप्रैल (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
के.जे. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में 10 से 11 अप्रैल 2024 अवधि के दौरान इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विभिन्न नवीन विषयों पर आधारित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में तकनीकी शिक्षा निदेशालय पुणे के संयुक्त निदेशक डॉ. डी. वी. जाधव, भारती विश्वविद्यालय महिला इंजीनियरिंग महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.पी.वी. जाधव, राजर्षि शाहू इंजीनियरिंग महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक व सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलिकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग शाखा के अभ्यास मंडल सदस्य डॉ.बी.डी. जाधव, फोर्ब्स टेक्नोलॉजी के कार्यकारी परिषद के सदस्य नरेंद्र चिंतमू व अन्य उपस्थित थे।
के.जे.कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्राचार्य डॉ. सुहास खोत द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आधुनिक इंजीनियरिंग में अग्रणी विभिन्न विषयों पर 200 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रिक व्हीकल, साइबर सिक्योरिटी, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन के विषय विशेष रूप से शामिल थे। इस अवसर पर नवीन विषयों के लिए 10 उत्कृष्ट शोधार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
‘अनुसंधान’ एक निरंतर और अबाधित जारी रखने की बात है, इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम करनेवाली हर इकाई को लगातार काम करना चाहिए। यह मत तकनीकी शिक्षा निदेशालय पुणे के संयुक्त निदेशक डॉ. डी.वी. जाधव ने व्यक्त किया।
भारती विश्वविद्यालय महिला इंजीनियरिंग महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.पी.वी.जाधव ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति और इंजीनियरिंग शिक्षा इन दोनों का उचित संयोजन छात्रों के बीच इंजीनियरिंग शिक्षा में रुचि बनाए रखने में मदद करेगा और इसके लिए कॉपीराइट, पेटेंट, शोध पत्र का विशेष महत्व है, वह आवश्यक है।
रचनात्मक और अभिनव सोच किसी भी शोध का मूल है। शोध प्रवृत्तिवाले छात्र अच्छा नवप्रवर्तन कर सकते हैं। यह विचार राजर्षि शाहू इंजीनियरिंग महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक व सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलिकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग शाखा के अभ्यास मंडल सदस्य डॉ. बी.डी.जाधव ने व्यक्त किये।
फोर्ब्स टेक्नोलॉजी के कार्यकारी परिषद के सदस्य नरेंद्र चिंतमू ने दूसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के संबंध में विशेष मार्गदर्शन दिया। के. जे. शैक्षणिक संस्था के संस्थापक अध्यक्ष श्री कल्याण जाधव व संकुल संचालक मेजर जनरल समीर कल्लाने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर उपस्थितों को संबोधित किया। इंजीनियरिंग छात्रों को दैनिक जीवन में आनेवाली समस्याओं को पहचानने और उनका समाधान करने के लिए मार्गदर्शन किया।
तकनीकी संचालक डॉ. अजय फुलंबरकर ने कहा कि नवीन अवधारणाओं पर काम करनेवाले छात्रों के लिए इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पर्याप्त अवसर हैं और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जैसे विभिन्न मंच उनके लिए खुले हैं।
इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन के. जे. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्राचार्य डॉ. सुहास खोत के मार्गदर्शन में किया गया। डॉ. निकिता कुलकर्णी, डॉ.प्रमोद चव्हाण व डॉ. रोहन कुलकर्णी ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समन्वयक पद की भूमिका निभाई।
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