के.जे.इंजीनियरिंग कॉलेज में किया गया परीक्षा प्रक्रिया, स्वचालन और सुधारों पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन
कोंढवा, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
के.जे.इंजीनियरिंग कॉलेज, पुणे में हाल ही में सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा प्रक्रिया, स्वचालन और सुधारों पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ ने के.जे.इंजीनियरिंग कॉलेज, पुणे के समन्वय से आयोजित किया था।
इस अवसर पर यहां सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरेश गोसावी और प्र-कुलपति डॉ. पराग कालकर, परीक्षा व मूल्यमापन मंडल के निदेशक डॉ.महेश काकडे, के.जे. शैक्षणिक संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कल्याण जाधव, संस्था की प्रबंध निदेशिका हर्षदा जाधव, संस्था के संकुल संचालक मेजर जनरल समीर कल्ला, तकनीकी निदेशक डॉ.अजय फुलंबरकर के साथ पुणे और पुणे ग्रामीण भाग के इंजीनियरिंग, फार्मेसी (दवाई निर्माण शास्त्र) व आर्किटेक्चर (वास्तुकला) महविद्यालय के प्राचार्य व मुख्य परीक्षा अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.सुरेश गोसावी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और उसमें विश्वविद्यालय के संबंध में भूमिका के बारे में बताया। भविष्य में छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे। विश्वविद्यालय का स्तर ऊंचा उठाना है तो संबद्ध कॉलेजों को भी अपना स्तर एक अलग स्तर पर उठाना होगा और इसके लिए शिक्षक भी उतने ही जिम्मेदार और महत्वपूर्ण कारक होंगे।
परीक्षा व मूल्यमापन मंडल के निदेशक डॉ. महेश काकडे ने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय ने कार्यक्रम के दौरान उपस्थित प्राचार्य साथ ही विभिन्न महाविद्यालयों के मुख्य परीक्षा अधिकारियों का मार्गदर्शन भी किया। इस कार्यक्रम में 200 से अधिक प्राचार्य और मुख्य परीक्षा अधिकारी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय अधिकारी डॉ. प्रमोद पाटिल (अधिष्ठाता, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय), डॉ. प्रदीप कोली (उप पंजीयक, सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय) भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
के.जे. शैक्षणिक संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कल्याण जाधव ने भी उपस्थितों को संबोधित किया। के.जे. शैक्षणिक संस्था की प्रबंध निदेशिका हर्षदा जाधव ने उपस्थितों के साथ संवाद किया। के.जे. इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुहास खोत इस कार्यक्रम के निमंत्रक थे। इस मौके पर उन्होंने सभी के सामने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। परीक्षा प्रक्रिया, स्वचालन और सुधारों के बारे में एक प्रश्न-उत्तर सत्र, सुझाव और सामान्य चर्चा आयोजित की गई। कार्यक्रम का समापन प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ हुआ।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन प्रा.नेहा शहारे और प्रा.शीतल निर्वे ने किया। प्रा.गोपाल पाटिल व प्रा. बलवंतसिंह बिश्त ने कार्यक्रम में समन्वयक की भूमिका निभाई।
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