मतदान के प्रतिशत में वृद्धि के लिए सभी संबंधित प्रणालियों को प्रयास करना चाहिए : मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीकांत देशपांडे
पुणे, फरवरी (जिमाका)
लोकतंत्र में मतदाताओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है, इसलिए चुनाव आयोग ने समावेशी चुनावी प्रक्रिया पर जोर दिया है, इसलिए आगामी लोकसभा आम चुनाव में मतदान प्रतिशत में वृद्धि के लिए सभी संबंधित प्रणालियों को प्रयास करना चाहिए। यह विचार अपर मुख्य सचिव तथा राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीकांत देशपांडे ने व्यक्त किये।
जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित समन्वयक अधिकारी के कार्य समीक्षा बैठक में वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, पुणे शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे, पुणे शहर अपर पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार, पिंपरी-चिंचवड के अपर पुलिस आयुक्त वसंत परदेशी, अतिरिक्त विभागीय आयुक्त अण्णासाहेब चव्हाण, जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख, अपर जिलाधिकारी अजय मोरे, उपायुक्त रामचंद्र शिंदे, उपजिला निर्वाचन अधिकारी मीनल सकर, स्वीप समन्वयक अधिकारी तथा उपजिलाधिकारी अर्चना तांबे आदि उपस्थित थे।
श्री देशपांडे ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है और सभी को इसमें भाग लेना चाहिए। इसके लिए, विकलांग, महिला, युवा, तृतीयपंथी, वरिष्ठ नागरिक, श्रमिक, कलाकार, लेखक, साहित्यिक, नाटककार आदि सभी को पंजीकरण कराने और मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। महाविद्यालयों के साथ बैठक कर सभी नए मतदाताओं का पंजीकरण कराने की अपील करें। महाविद्यालय में आयोजित की जानेवाली अभिभावक बैठक में मतदान के प्रति जन जागरूकता की जाए।
सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का डाक मतदान होगा, मतदान के समय मतदान केन्द्रों की जानकारी हेतु मतदान सूचना पत्रक का वितरण हो, इसका ख्याल रखें।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचन क्षेत्र में दिव्यांगजन, महिला एवं अद्वितीय ऐसी आदर्श मतदान केन्द्र स्थापित करने की कार्यवाही की जाए।
अति संवेदनशील एवं संवेदनशील मतदान केन्द्र को पुलिस विभाग के साथ भ्रमण कर सभी आवश्यक सभी सुरक्षा एवं निवारक उपाय किए जाने चाहिए। सामाजिक संगठनों, शैक्षणिक संस्थाओं को मतदाता पंजीकरण के दौरान प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। महिला मतदाताओं का पंजीकरण कर मतदाता जागरूकता सभाएं आयोजित करने के साथ ही नवीन गतिविधियां संचालित की जाएं।
मतदाता सूची की जानकारी (डेटा) का प्रत्येक सप्ताह अवलोकन किया जाए। मतदाता पंजीकरण के संबंध में प्राप्त सभी आवेदनों का निस्तारण निर्धारित अवधि में किया जाए तथा प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए निस्तारण किया जाए। मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिए त्रुटि को सुधारा जाए। इन मामलों में राजनीतिक दलों को विश्वास में लेकर कार्यवाही की जाए।
समन्वय अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण
आम चुनाव के दौरान समन्वय अधिकारियों की भूमिका अहम होती है और उन्हें चुनाव से संबंधित सभी चरणों की जानकारी होनी जरूरी है। चुनाव आयोग ने चुनाव के संबंध में मांगी गई जानकारी समय पर भेजने के लिए कार्यवाही करें। इसके लिए एक अलग यंत्रणा कार्यान्वित जाए।
श्री देशपांडे ने कहा कि ईवीएम मशीन की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक प्रतिबंधक उपायोजना की जाएं। चुनाव के दौरान मीडिया में जो नकारात्मक खबरें आईं, उसके अनुरूप चुनाव निर्णय अधिकारियों को वस्तुनिष्ठ जानकारी देनी चाहिए।
डॉ. पुलकुंडवार ने कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए। इसमें विभिन्न सकारात्मक समाचारों का माध्यम द्वारा प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। उससे मतदाताओं को प्रोत्साहन मिलेगा और मतदान के प्रतिशत बढ़ाने में मदद मिलेगी। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुणे शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि लोकसभा आम चुनावों के संबंध में पुलिस प्रशिक्षण पूरा किया जा रहा है। अति संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों के अनुसार परिसरों का दौरा किया जा रहा है और तदनुसार निवारक उपाय किए जा रहे हैं। पुलिस दल के डाक मतदान के लिए आवश्यक सभी प्रक्रिया की जाएंगी।
जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे ने कहा कि चुनाव के अनुरूप सभी संबंधित व्यवस्थाओं का प्रशिक्षण संचालित किया जा रहा है तथा आनेवाले समय में पुलिस बल का प्रशिक्षण भी आयोजित किया जाएगा। दूरस्थ (शॅडो) क्षेत्र के मतदान केन्द्रों पर संपर्क व्यवस्था के अनुसार सभी संबंधितों को निर्देश दिए गए हैं। मतदाता पंजीकरण एवं मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। शैक्षणिक संस्थान, औद्योगिक आस्थापना, महिला बचत गुट, सामाजिक संगठनों आदि सभी संबंधित संस्थाओं के साथ बैठक कर मतदान जागरूकता की जा रही है।
बैठक में जिले के समन्वयक अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी मतदार संघ के सहायक चुनाव अधिकारी व मतदाता पंजीकरण अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मतदाता पंजीकरण, मतदान केंद्रों की व्यवस्था, मतदाता जागरूकता, मतदाताओं के लिए सुविधाएं, मतदान प्रक्रिया, शॅडो मतदान केंद्र, डाक मतपत्र, सुरक्षा व्यवस्था, ईवीएम, मीडिया, चुनाव के दौरान संभावित घटनाएं आदि की समीक्षा की गई।
Post Comment