बाहरी रूप के साथ विचार भी स्वच्छ होने चाहिए : प्राची कुलकर्णी

बाहरी रूप के साथ विचार भी स्वच्छ होने चाहिए : प्राची कुलकर्णी

बाहरी रूप के साथ विचार भी स्वच्छ होने चाहिए : प्राची कुलकर्णी

ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक में व्यक्तित्व विकास कार्यशाला

कोंढवा, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
हर किसी के जीवन में साफ-सफाई और समय की पाबंदी बहुत महत्वपूर्ण है। स्वस्थ शरीर के साथ अच्छे विचार ग्रहण करें, बाहरी रूप के साथ विचार भी स्वच्छ होने चाहिए। यह विचार ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक की कैम्पस कनेक्ट प्राची कुलकर्णी ने व्यक्त किए।

कोंढवा में स्थित ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में व्यक्तित्व विकास कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे के मार्गदर्शन में किया गया, तब वे बोल रही थीं। इस अवसर पर यहां प्रा. स्मिता जगताप, प्रा. युवराज पवार, प्रा. हनुमान इंगले, प्रा.संतोष डोईफोडे, प्रा. प्रतीक्षा सनस के साथ सभी अध्यापकगण प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

प्राची कुलकर्णी ने आगे बोलते हुए कहा कि हाल ही में कैरियर, काम के तनाव, घर के काम आदि की व्यस्त जिंदगी में अपना ख्याल रखने के लिए पर्याप्त समय नहीं है। स्वयं की देखभाल, साथ ही साक्षात्कार के लिए जाते समय आपको स्वयं में क्या बदलाव करने चाहिए, इस बारे में उन्होंने संक्षिप्त रूप में विवरण दिया।
जे इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष कल्याणराव जाधव और संकुल संचालक समीर कल्ला ने भी मार्गदर्शन किया।

कार्यक्रम का प्रास्ताविक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने किया। सूत्र-संचालन प्रा. प्रतीक्षा सणस और आभार प्रदर्शन प्रा. योगिता जाधव ने किया।

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