अस्तित्व कलामंच के महोत्सव में निराश्रितों ने मनमुराद स्ट्रॉबेरी का स्वाद चखा

अस्तित्व कलामंच के महोत्सव में निराश्रितों ने मनमुराद स्ट्रॉबेरी का स्वाद चखा

अस्तित्व कलामंच के महोत्सव में निराश्रितों ने मनमुराद स्ट्रॉबेरी का स्वाद चखा

हड़पसर, जनवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
अपनी इच्छानुसार स्ट्रॉबेरी मनमुराद खाने को मिले इस अवधारणा को उत्सव के माध्यम से लागू करके अस्तित कलामंच ने अनाथालयों के बच्चों सहित वृद्धाश्रम में निराश्रित वरिष्ठजन को यह खुशी दी और उन्होंने इस स्ट्रॉबेरी खाने का जी भर आनंद लेते हुए अपनी संतुष्टि व्यक्त की।

असितत्व कला मंच समय-समय पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से वंचित समूहों के चेहरे पर खुशी फैलाने का काम करता है। तुकाईटेकडी पर स्थित शंभूराजे अनाथालय, वडकी के श्री परशुराम आबाजी जगताप अनुजाती प्राथमिक व माध्यमिक निवासी आश्रम स्कूल, माहेर संस्था मांजरी, सिद्धी वृद्धआश्रम, गंगातारा वृद्धाश्रम के साथ संगठन ने विभिन्न श्रमिक शिविरों आदि में स्ट्रॉबेरी मोहसत्व का आयोजन किया। इस अवसर पर कल्पना हांडे और विजय तारू प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

प्रगतिशील किसान सोमनाथ शिंदे ने संगठन को न लाभ, न हानि के आधार पर स्ट्रॉबेरी प्रदान की ताकि अनाथ बच्चे स्ट्रॉबेरी खाने का आनंद ले सकें। संस्था की संस्थापिका डॉ. अश्विनी शेंडे ने इस अवधारणा को प्रस्तुत किया।

इस गतिविधि का संयोजन योगेश गोंधले, श्रुतिका चौधरी, अश्विनी सुपेकर, दीपक कुदले, नीता तारु, श्वेता कुंजीर, रेणुका पवार, श्रीकृष्ण भिंगारे, हर्षल पवार, हेमांगी ठाकुर, धनश्री कुलकर्णी, नूतन मथुरे, क्रांति चटके, उर्मिला प्रभुणे, वैशाली पाटिल, सृष्टि शिंगोटे द्वारा किया गया।

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