राष्ट्र प्रेम

राष्ट्र प्रेम

राष्ट्र प्रेम

गर्व से कहो हम भारतीय हैं,
गंगा, जमनी संस्कृति हमारी है!

भाषा, वंश, जाति, गर अनेक हैं,
मन में बसी फिर भी एकता है!

सब धर्मों का अनूठा संगम है,
विश्व में भारत एक मिसाल है!

हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई एक हैैं,
रगों में बहता तो खून एक है!

तिरंगा ही हमारा अभिमान है,
भारतवासी होना तो सम्मान है!

-बाबू फिलीप डिसोजा कुमठेकर
यमुनानगर, निगडी, पुणे-411044
मोबा. 9890567468

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