महिलाओं , बच्चों और सामाजिक समूहों के लिए योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन : उपमुख्यमंत्री अजित पवार
पिंपरी-चिंचवड़ की तर्ज पर हर नगर निगम में दिव्यांग भवन बनाने के निर्देश
मुंबई, अगस्त (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने राज्य में महिलाओं , बच्चों और सामाजिक समूहों के लिए लागू योजनाओं के बढ़ते दायरे और प्रभावशीलता पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि राज्य में सभी विभाग समन्वय के साथ गर्भवती माताओं , छोटे बच्चों और बुजुर्ग महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए योजनाएं लागू करें और पिंपरी-चिंचवड़ की तर्ज पर प्रत्येक नगर निगम में दिव्यांग भवन स्थापित किया जाए।
मंत्रालय में आयोजित एक बैठक में, अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) डॉ. राजगोपाल देवड़ा ने विभिन्न विभागों द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए क्रियान्वित योजनाओं , विभागवार प्रावधानों और व्यय का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया । बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे , योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं विकास आयुक्त डॉ. राजगोपाल देवड़ा , सचिव डॉ. अनूप कुमार यादव , आयुक्त ज्योत्सना पडियार और यूनिसेफ के अधिकारी उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि यह देखा गया है कि राज्य में महिलाओं में हीमोग्लोबिन और आयरन का स्तर कम है। गर्भवती माताओं में कुपोषण और बच्चों में जन्मजात कुपोषण को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने चाहिए।पिंपरी-चिंचवड़ की तर्ज पर हर नगर निगम में दिव्यांग भवन बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए।
राज्य में 18 विभागों के माध्यम से कुल 255 योजनाएँ क्रियान्वित की गई हैं, जिनमें से 39 योजनाएँ महिलाओं के लिए , 186 योजनाएँ बच्चों के लिए और 30 योजनाएँ महिलाओं और बच्चों दोनों के लिए एक साथ क्रियान्वित की गई हैं। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने संतोष व्यक्त किया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 98 प्रतिशत बजट का प्रभावी ढंग से उपयोग किया गया है।
इस अवसर पर , महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के लिए लागू की गई विभिन्न योजनाओं का लाभ अंतिम उपयोगकर्ता तक पहुँच सके, यह सुनिश्चित करने के लिए समितियों का कार्यान्वयन प्रभावी होना चाहिए। साथ ही, इन योजनाओं के सामाजिक प्रभाव की जाँच के लिए अनुसंधान पर विशेष बल देने का प्रयास किया जाएगा।
