ससून अस्पताल वास्तव में किसके लिए है? आम जनता की देखभाल करने या उन्हें अपमानित करने के लिए! – आम आदमी पार्टी पूछा सवाल

पुणे, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
ससून अस्पताल, जो महाराष्ट्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है, पुणे शहर का सबसे बड़ा अस्पताल है और जिले भर से कई गरीब नागरिक इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में दूर-दराज से आनेवाले नागरिकों को कभी-कभी अपने रिश्तेदारों से मोबाइल फोन पर बातचीत करनी पड़ती है, लेकिन आज देखा गया कि जो नागरिक इस तरह से मोबाइल फोन पर बात कर रहे थे, उन्हें ससून अस्पताल के सुरक्षाकर्मी पीट रहे थे।
ससून अस्पताल में तैनात एक सुरक्षा गार्ड ने फोन पर बात कर रहे एक नागरिक को कॉलर पकड़कर घसीटा, इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी की ओर से ससून प्रशासन से मिलकर कड़ा विरोध जताकर निषेध किया गया।
ससून अस्पताल में एक तरफ बड़े अपराधियों और ड्रग तस्करों को बेहद वीआईपी व्यवहार किया जाता है, इसी व्यवहार का फायदा उठाकर ये आरोपी अक्सर अस्पताल परिसर से भागने में कामयाब हो जाते हैं और दूसरी ओर इलाज के लिए आए आम नागरिकों को सुरक्षागार्डों द्वारा ही परेशान किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के साथ-साथ पुणे के पालकमंत्री अजीत पवार को तुरंत ससून अस्पताल वास्तव में किसके लिए है? साथ ही यहां के नागरिकों को क्यों परेशान किया जा रहा है? इसकी तुरंत जांच करानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए?
यह मांग करते हुए आम आदमी पार्टी के पुणे शहर अध्यक्ष सुदर्शन जगदाले ने कहा कि अपराधियों और ड्रग तस्करों को सरकारी स्तर पर वीआईपी व्यवहार क्यों दिया जाता है? अस्पताल में आम आदमी को इस तरीके से अपमानित क्यों किया जाता है? दरअसल, अस्पताल जनता की देखभाल और चिकित्सा आवश्यकताओं के लिए बनाए जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति के घर का कोई सदस्य बीमार है तो वह व्यक्ति पहले से ही मानसिक दबाव में होता है, ऐसे में सुरक्षा गार्डों द्वारा मरीज के परिजनों के साथ इस तरह का व्यवहार करना गलत है।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घटी घटना की जांच के लिए ससून अस्पताल प्रशासन से मुलाकात करके उक्त घटना की जांच की जानी चाहिए, यह मांग की साथ ही अस्पताल के सुरक्षा गार्डों को दी जानेवाली वर्दी हमारी भारतीय सेना की वर्दी से मेल नहीं खानी चाहिए। ऐसा दिए गए निवेदन में उल्लखित किया गया। आम आदमी पार्टी ने कहा कि अगर अगले तीन दिनों में अस्पताल प्रशासन द्वारा दोषी सुरक्षा गार्ड के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो पार्टी की ओर से जोरदार आंदोलन किया जाएगा। यह चेतावनी भी दी गई।
ससून अस्पताल प्रशासन को निवेदन देने हेतु आम आदमी पार्टी की ओर से पुणे शहर अध्यक्ष सुदर्शन जगदाले, अल्पसंख्यक आघाडी के अध्यक्ष सैयद अली, उमेश बागडे, संतोष काले, संजय रणदीप, किरण कांबले, कुमार धोंगडे, दत्तात्रय भांगे, अविनाश केंदले, बालाजी कंटेकर, मनोज एरंडकर, संजय रनाधर, छाया भगत, चैत्राली भागवत आदि पदाधिकारीगणों के साथ कार्यकर्ता उपस्थित थे।