कचरे से बिजली निर्माण करने का एक आदर्श मॉडल
मोशी ‘वेस्ट टू एनर्जी’ परियोजना से 14 मेगावाट बिजली निर्माण, करोड़ों रुपये की बचत

पिंपरी, अक्टूबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम ने कचरा प्रबंधन व पुनर्चक्रण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मोशी कचरा डिपो में एक अत्याधुनिक ‘वेस्ट टू एनर्जी’ परियोजना स्थापित की है। यह परियोजना शहर के कचरे से 14 मेगावाट बिजली निर्माण कर रही है। ‘निर्माण-उपयोग-हस्तांतरण’(बीओटी) सिद्धांत पर निर्मित इस परियोजना का निर्माण मेसर्स एंटनी लारा रिन्यूएबल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अक्टूबर 2023 में कार्यान्वित किया गया था, जो पर्यावरण-अनुकूल और शाश्वत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण चरण ठहरा है।

अगस्त 2025 तक इस परियोजना ने 3 लाख 41 हजार 111 मीट्रिक टन अपशिष्ट व्युत्पन्न ईंधन (आरडीएफ) का उपयोग करके 16 करोड़ 66 लाख 36 हजार 750 यूनिट बिजली निर्माण की है। इसमें से परियोजना संचालन के लिए आवश्यक बिजली लागत को छोड़कर 15 करोड़ 57 लाख 40 हजार 198 यूनिट बिजली महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी के ग्रिड को आपूर्ति की गई है। इस बिजली का उपयोग नगर निगम के रावेत और चिखली जल शोधन संयंत्रों, कासारवाड़ी और चर्होली सीवेज शुद्धिकरण केंद्र और थेरगांव अस्पताल में ‘ओपन एक्सेस’ अवधारणा के तहत किया जा रहा है।

इसके अलावा, वाईसीएम अस्पताल, चिखली, भटनागर, आकुर्डी, पिंपले निलख और चिंचवड़ स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट सहित मनपा के छह नए बिजली उपभोक्ताओं को भी जल्द ही ओपन एक्सेस के माध्यम से जोड़ा जाएगा। इस पहल के कारण मनपा अब तक बिजली बिलों में 76 करोड़ 57 लाख रुपये की बचत करने में सफल रही है।

इस परियोजना ने मोशी कचरा डिपो पर कचरे के भार को काफी कम कर दिया है। कचरे से हरित ऊर्जा उत्पादन के कारण शहर को एक स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल भविष्य मिल रहा है। ‘वेस्ट टू एनर्जी’ परियोजना पिंपरी-चिंचवड़ के लिए एक आदर्श और शाश्वत अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल बन रही है। हालाँकि, नागरिकों को घरेलू और औद्योगिक कचरे का उचित वर्गीकरण करके इस पहल में सहयोग करना चाहिए। यह अपील महापालिका की ओर से की गई है।

हम पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम की वर्तमान बिजली ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ‘अपशिष्ट से ऊर्जा’ और ‘सौर ऊर्जा’ जैसे गैर-परंपरागत ऊर्जा स्रोतों का प्रभावी उपयोग करके उसे एक शून्य उत्सर्जनवाला शहर बनाना चाहते हैं। इस दिशा में यह परियोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसा पिंपरी चिंचवड महापालिका के सह शहर अभियंता अनिल भालसाकले ने बताया।

परियोजना की विशेषताएं
-परियोजना क्षमता : 14 मेगावाट/प्रति घंटा
-कुल बिजली उत्पादन: 16 करोड़ 66 लाख 36 हजार 750 यूनिट (अगस्त 2025 के अंत तक)
-महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी को आपूर्ति की गई बिजली : 15 करोड़ 57 लाख 40 हजार 198 यूनिट
-बिजली बिल रियायत के लिए पात्र यूनिट: 10 करोड़ 02 लाख 58 हजार 456
-नगर निगम की कुल बिजली बचत : 76 करोड़ 57 लाख रुपये
-बिजली उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया गया कचरा: 3 लाख 41 हजार 111 मीट्रिक टन

 

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