संघ लोक सेवा आयोग ने उम्मीदवारों के सत्यापन के लिए एआई-सक्षम चेहरे की पहचान प्रणाली का परीक्षण शुरू किया
डॉ. अजय कुमार ने कहा कि पायलट एआई-आधारित चेहरे की पहचान, स्मार्ट, सुरक्षित और कुशल परीक्षा प्रक्रिया की दिशा में एक कदम है
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने 14 सितंबर, 2025 को आयोजित एनडीए और एनए II परीक्षा, 2025 और सीडीएस II परीक्षा, 2025 के दौरान उम्मीदवारों के त्वरित और सुरक्षित सत्यापन के लिए एआई-सक्षम चेहरे की प्रमाणीकरण तकनीक का परीक्षण करने के लिए एक पायलट कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया है।
राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग (एनईजीडी) के सहयोग से शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया को मजबूत करना तथा परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों के प्रवेश को आसान बनाना है।

यह पायलट प्रोजेक्ट गुरुग्राम के चुनिंदा केंद्रों पर चलाया गया , जहां उम्मीदवारों के चेहरे की तस्वीरों का उनके पंजीकरण फॉर्म में जमा की गई तस्वीरों से डिजिटल मिलान किया गया। इस नई प्रणाली ने सत्यापन समय को प्रति उम्मीदवार औसतन केवल 8-10 सेकंड तक कम कर दिया जिससे प्रवेश प्रक्रिया में काफ़ी सुगमता आई और सुरक्षा का एक अतिरिक्त स्तर जुड़ गया।
पायलट केंद्रों पर, विभिन्न सत्रों में 1,129 उम्मीदवारों के लगभग 2,700 सफल स्कैन पूरे किए गए। यह सफल परीक्षण बेहतर, सुरक्षित और कुशल परीक्षणों के लिए उन्नत तकनीक का लाभ उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ . अजय कुमार ने कहा कि आयोग निष्पक्षता और पारदर्शिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए अत्याधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। एआई-आधारित चेहरे की पहचान वाला यह पायलट प्रोजेक्ट, अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और कुशल परीक्षा प्रक्रिया की दिशा में हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। संघ लोक सेवा आयोग अपनी कार्यप्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, साथ ही, हमारी प्रक्रियाओं की सुरक्षा के लिए भी पूरी सावधानी बरती गई है।
