छात्रों में आपातकालीन स्थितियों में सही निर्णय लेने हेतु तत्परता व आत्मविश्वास निर्माण करने के लिए किया गया अग्नि सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन
कोंढवा, सितंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
के.जे शिक्षण संस्थान के ट्रिनिटी पॉलीटेक्निक के विद्यार्थियों के लिए आज अग्नि सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को अग्नि संबंधी आपात स्थितियों में सही निर्णय लेने में सक्षम बनाना और आत्म-सुरक्षा संबंधी जानकारी प्रदान करना था। यह जानकारी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने दी।
कार्यशाला में संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष श्री कल्याण जाधव और संकुल निदेशक श्री समीर कल्ला ने उपस्थित छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया।
कार्यशाला में भाग ले रहे छात्रों से बातचीत करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने अग्नि सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा, सुरक्षा प्रत्येक व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है। उन्होंने छात्रों को अग्नि सुरक्षा के महत्व से भी अवगत कराया और जीवन में ऐसी आपातकालीन स्थितियों में शांति से व्यवहार करने के तरीके पर प्रकाश डाला। विद्यार्थियों को आग लगने की स्थिति में तत्काल क्या कदम उठाने चाहिए, विभिन्न प्रकार के अग्निशामक यंत्रों का उपयोग कैसे करना चाहिए तथा अग्नि सुरक्षा के नियम क्या हैं, इस बारे में गहन जानकारी दी।
इस कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक के रूप में यांत्रिक अभियांत्रिकी विभाग के प्रयोगशाला तकनीशियन श्री सोमनाथ कोंडे ने जिम्मा उठाया। उन्होंने आग के प्रकारों, अग्निशामक यंत्रों के उपयोग, आपात स्थिति में उठाए जानेवाले कदमों और इमारत से सुरक्षित निकास के बारे में विस्तृत जानकारी दी। प्रायोगिक सत्र में, छात्रों को वास्तविक अग्निशामक यंत्रों का उपयोग करके दिखाया और कुछ छात्रों ने स्वयं उनका प्रयोग करके देखा। यह प्रायोगिक सत्र छात्रों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और रोमांचक रहा।
कार्यशाला में बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए। कई छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और माँग की कि ऐसी कार्यशालाएँ अधिक बार आयोजित की जाएँ।
यह कार्यशाला आपातकालीन स्थितियों में सही निर्णय लेने के लिए विद्यार्थियों में तैयारी और आत्मविश्वास बढ़ानेवाली साबित हुई।
कार्यशाला का सफल संचालन प्रथम वर्ष डिप्लोमा विभाग के प्रमुख प्रो. सचिन घुगे के सहयोग से हुआ। कार्यक्रम का संचालन प्रो. पूनम तावरे ने और धन्यवाद ज्ञापन प्रो.अमित नाडगुंडी ने किया।