सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग का 19 फरवरी से 4 मार्च तक नि:शुल्क विशेष मोतियाबिंद शल्यक्रिया अभियान : 1 लाख शल्य चिकित्सा करने का लक्ष्य

सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग का 19 फरवरी से 4 मार्च तक नि:शुल्क विशेष मोतियाबिंद शल्यक्रिया अभियान : 1 लाख शल्य चिकित्सा करने का लक्ष्य

पुणे, फरवरी (जिमाका)
राज्य के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रा. डॉ. तानाजी सावंत की अवधारणा से राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 19 फरवरी से 4 मार्च तक राज्यभर में विशेष मोतियाबिंद शल्य चिकित्सा अभियान चलाया जाएगा। इस अवधि के दौरान 1 लाख मरीजों की मोतियाबिंद शल्यक्रिया करने का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग ने रखा है। सरकारी अस्पताल, मान्यता प्राप्त स्वयंसेवी संख्या अस्पताल में मोतियाबिंद की नि:शुल्क शल्यक्रिया की जाएगी और नागरिकों को इसका लाभ उठाना चाहिए। यह अपील सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने की है।
इस अभियान के तहत 1 लाख शल्यक्रिया करने की स्वास्थ्य विभाग ने जिलेवार योजना बनाई है और संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।

केंद्र सरकार द्वारा ‘राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान’ विशेष अभियान जून 2022 से क्रियान्वित किया जा रहा है। इस अभियान में 50 या उससे अधिक उम्र के लोगों में अंधापन और एसवीआई के कारण मोतियाबिंद शल्यक्रिया अनुशेष को पूरी तरह से भरने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्यक्रम के तहत 2022 से 2025 इन तीन वर्षों में 27 लाख मोतियाबिंद शल्यक्रिया का लक्ष्य है। स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान से नागरिक निःशुल्क शल्यक्रिया का लाभ उठा सकेंगे।

वर्ष 2022-23 में राज्य में मोतियाबिंद शल्यक्रिया का 112.51 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है और 2023-24 वित्तीय वर्ष में दिसंबर 2023 तक कुल लक्ष्य का 67.30 प्रतिशत मोतियाबिंद शल्यक्रिया की जा चुकी है। वर्ष 2023-24 वित्तीय वर्ष में मोतियाबिंद शल्यक्रिया के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 19 फरवरी से 4 मार्च तक जिलास्तर पर विशेष मोतियाबिंद शल्यक्रिया अभियान चलाया जाएगा।

इस अभियान के लिए दिए गए लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सरकारी स्वास्थ्य संगठनों सहित गैर-सरकारी स्वंयसेवी संगठनों और निजी संगठनों का सहयोग लिया जाएगा। इस बारे में या अन्य स्वास्थ्य के बारे में सलाह के लिए नागरिक 104 टोल फ्री क्रमांक पर संपर्क करें। यह अपील स्वास्थ्य विभाग ने की है।

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