राज्य में लगभग 22 हजार बंदियों ने उठाया ई-मुलाकात सुविधा का लाभ

राज्य में लगभग 22 हजार बंदियों ने उठाया ई-मुलाकात सुविधा का लाभ

पुणे, अप्रैल (जिमाका)
कारागार विभाग द्वारा ‘ई-प्रिजन’ प्रणाली के तहत भारतीय साथ ही विदेशी बंदियों को उनके परिवार से संवाद की सुविधा देने के लिए शुरू की गई ‘ई-मुलाकात’ सुविधा से लगभग 21 हजार 963 पुरुष एवं महिला बंदियों को लाभ हुआ है।

राज्य में 1 जनवरी से 31 मार्च तक तलोजा सेंट्रल जेल में 3 हजार 478, ठाणे सेंट्रल जेल में 3 हजार 438, नागपुर सेंट्रल जेल में 3 हजार 425, मुंबई सेंट्रल जेल में 1 हजार 797, नासिक रोड सेंट्रल जेल में 1 हजार 559, कल्याण जिला जेल में 1 हजार 442, येरवडा सेंट्रल जेल में 1 हजार 228 के साथ-साथ राज्य की अन्य जेलों के पुरुष और महिला कैदियों ने ई-साक्षात्कार सुविधा का लाभ उठाया है।


अपर पुलिस महानिदेशक एवं महानिरीक्षक कारागार एवं सुधार सेवाएं अमिताभ गुप्ता के प्रयासों से शुरू की गई इस सुविधा के तहत राज्य की जेलों के दैनिक संचालन एवं कैदियों को दी जानेवाली विभिन्न सुविधाओं का प्रबंध कर दिया है। इस सुविधा की जानकारी देने के लिए राज्य की सभी जेलों के मुख्य द्वारों के साथ-साथ उन स्थानों पर जहां रिश्तेदारों की भीड़ रहती है, सूचना बोर्ड लगाए गए हैं।

परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, वकीलों को कैदियों से साक्षात्कार के लिए ‘ई-प्रिजन’ प्रणाली पर पूर्व-पंजीकृत किया जा सकता है, ताकि परिजन इच्छित दिन और समय पर कैदियों का साक्षात्कार ले सकें। अधिक से अधिक कैदियों के परिजन इस सुविधा का लाभ उठाएंगे और वास्तविक साक्षात्कार के लिए आने का खर्च बच जाएगा। ई-साक्षात्कार को कैदियों के रिश्तेदार से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।

आतंकवादियों कार्रवाई में साथ ही पाकिस्तानी बंदियों को सुरक्षा कारणों से इस सुविधा का लाभ नहीं दिया गया है। राज्य की जेलों में 600 से अधिक विदेशी कैदी हैं और यह सुविधा विदेशी कैदियों को उनके परिवारों के साथ बातचीत करने की अनुमति देती है।

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