मुंबई, नवंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति के कल्याण को ध्यान में रखते हुए उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की ताकत प्रशासन में है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि नए अधिकारी राज्य के विकास की गाथा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी को सार्थक रूप से निभाएंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रशासन में आए नए अधिकारियों के समूह से आह्वान किया कि वे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित तकनीक का इस्तेमाल कर नागरिक-केन्द्रित और जवाबदेह प्रशासन व्यवस्था बनाएं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा 2024 के आठ प्रोबेशनरी अधिकारियों ने मुख्यमंत्री फडणवीस से वर्षा निवास पर भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. श्रीकर परदेशी भी उपस्थित थे।
संवाद के दौरान मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र देश का सबसे ज्यादा शहरीकृत राज्य है। इसलिए राज्य में ग्रामीण और शहरी विकास दोनों पर केन्द्रित प्रशासन की जरुरत है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को शहरी प्रशासन में बड़े स्तर पर काम करने के अवसर मिलते हैं।
उन्होंने बताया कि संतुलित और समग्र औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार 100 सुधार कर रही है। इन सुधारों के लिए एक ‘वार रूम’ बनाया गया है। राजस्व सुधारों के लिए सलाहकार नियुक्त करने की बजाय, अनुभवी अधिकारियों की समिति बनाई गई है, उनके अनुभवों का अच्छा परिणाम देखने को मिल रहा है।
इस संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हाल ही में औद्योगिक उपयोग के लिए ‘अकृषक परवाना’ (गैर-कृषि लाइसेंस) निकालने का बड़ा सुधार किया है। जटिल और समय लेने वाली प्रक्रियाओं को समाप्त कर राज्य में तेज़ और पारदर्शी प्रशासन देने पर जोर है। राजस्व विभाग के अंतर्गत कई प्रक्रियाओं और सेवाओं को ब्लॉक-चेन प्रणाली पर लाया जा रहा है। इससे कई प्रक्रियाए तेज़ी और सटीकता से हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सभी प्रशासनिक नीतियों और प्रक्रियाओं की ‘विज़िट और रिइंजीनियरिंग’ करने के लिए 150 दिनों का कार्यक्रम बनाया गया है। इसके तहत कई सुधार किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में संतुलित औद्योगिक विकास के लिए निवेश बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुंबई और पुणे की तरह अब छत्रपति संभाजीनगर, नागपुर, नाशिक जैसे शहरों में नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं। विदर्भ क्षेत्र में नागपुर-अमरावती औद्योगिक गलियारा बनाया जा रहा है। अमरावती में पीएम मित्रा पार्क और वस्त्र उद्योग पार्क से औद्योगिक माहौल विकसित हुआ है, जिसके चलते नांदगांव पेठ औद्योगिक क्षेत्र में अब कोई भूखंड खाली नहीं है।
अमरावती हवाई अड्डा अब नागरिक (यात्री) हवाई सेवाओं के लिए खोल दिया गया है। यहाँ पर एयर इंडिया की ओर से एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा ‘पायलट प्रशिक्षण संस्थान’ ( पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट ) स्थापित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि दुर्गम और नक्सल प्रभावित गढ़चिरोली अब ‘स्टील सिटी’ के नाम से जाना जाने लगा है। इस ज़िले में उद्योगों के लिए 3 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। समृद्धि महामार्ग ने राज्य की राजधानी और उप-राजधानी को जोड़ दिया है। जिससे संचार और परिवहन व्यवस्था को गति मिली है। शक्तिपीठ महामार्ग मराठवाड़ा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। टोयोटा किर्लोस्कर कंपनी छत्रपति संभाजीनगर में नई परियोजना स्थापित कर रही है। इससे इस क्षेत्र में विकास का तंत्र और मज़बूत होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रोबेशनरी अधिकारियों के बारे में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अब तक के उनके जीवन यात्रा, पिछले अनुभवों, महाराष्ट्र में काम के दौरान देखे गए सकारात्मक पहलुओं और सुधार की संभावनाओं पर भी विस्तृत रुप से चर्चा की।
