भारत में ऋषि व मुनियों की परंपरा केवल शिक्षा की नहीं, बल्कि संस्कारों और जीवन दृष्टि की वाहक रही है : कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा

भारत में ऋषि व मुनियों की परंपरा केवल शिक्षा की नहीं, बल्कि संस्कारों और जीवन दृष्टि की वाहक रही है : कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा
भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा ‘व्यास पूजा उत्सव’ का किया गया भव्य आयोजन
वर्धा, जुलाई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा की इकाई भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा ग़ालिब सभागार में व्यास पूजा उत्सव का गरिमामय आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय शिक्षण मंडल के ध्येय श्लोक का पाठ शोधार्थी प्रिया माली द्वारा तथा ध्येय वाक्य का पाठ शोधार्थी आनंद साहू (शिक्षा विभाग) द्वारा किया गया। विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष प्रो. अवधेश कुमार ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा ने गुरु-शिष्य परंपरा पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा की ऐतिहासिक एवं समकालीन प्रासंगिकता को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि भारत में ऋषियों व मुनियों की परंपरा केवल शिक्षा की नहीं, बल्कि संस्कारों और जीवन दृष्टि की वाहक रही है।
विदर्भ प्रांत के मंत्री प्रो. राजेश सिंगरु ने व्यास पूजा की परंपरा, उद्देश्य एवं सांस्कृतिक महत्व को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि यह उत्सव केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि ज्ञान, श्रद्धा और गुरु के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है।
विदर्भ प्रांत अध्यक्ष प्रो. अखिलेश पेशवे द्वारा विश्वविद्यालय इकाई में विभिन्न दायित्वों की घोषणा की गई। इस अवसर पर प्रो. प्रीति सागर इकाई उपाध्यक्ष, प्रो. दिगंबर तंगलवाड उच्च शिक्षा गतिविधि – प्रमुख, डॉ. जयंत उपाध्याय, मण्डल कार्य विभाग- प्रमुख, डॉ. मनोज राय, भारतीय भाषा गतिविधि प्रमुख, डॉ. हरीश पांडे को भारतीय ज्ञान संपदा गतिविधि प्रमुख, डॉ. राम अवध को शिक्षा तंत्रज्ञान गतिविधि प्रमुख, विद्यालय शिक्षा गतिविधि का दायित्व अंबरेश कुमार शुक्ल को भारतीय शिक्षण मंडल में नई जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. गौरी शर्मा ने किया। समापन कल्याण मंत्र के साथ हुआ, जिसे ओमप्रकाश ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय पदाधिकारी मंडल कार्य विभाग सह-प्रमुख डॉ. शिव सिंह बघेल की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु प्रो. जनार्धन तिवारी, डॉ. नरेंद्र पाल, डॉ. गौरी शर्मा, डॉ. रेणु सिंह, श्री कमल शर्मा, डॉ. अभिषेक सिंह, डॉ. आदित्य चतुर्वेदी, कार्यकारिणी सदस्यों के साथ विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी तथा केंद्रीय विद्यालय के विद्यार्थी भारी संख्या में उपस्थित रहे। यह आयोजन गुरु परंपरा के संरक्षण एवं भारतीय शिक्षा दर्शन के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।