ऊर्जा क्षेत्र में अनुसंधान और सहयोग के लिए महाराष्ट्र सरकार और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के बीच समझौता

ऊर्जा क्षेत्र में अनुसंधान और सहयोग के लिए महाराष्ट्र सरकार और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के बीच समझौता
मुंबई, जुलाई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महाराष्ट्र सरकार ने अमेरिका के प्रसिद्ध कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (बर्कले) के साथ ऊर्जा अनुसंधान और नीति विकास के क्षेत्र में सहयोग हेतु सामंजस्य करार (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रमुख उपस्थिति में विधान भवन के मंत्रिमंडल कक्ष में आयोजित हुआ। इस अवसर पर कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि और अन्य मान्यवर भी उपस्थित थे।
इस बैठक में ऊर्जा राज्यमंत्री मेघना बोर्डीकर, ऊर्जा विभाग की अपर मुख्य सचिव आभा शुक्ला, महावितरण के प्रबंध निदेशक लोकेश चंद्रा, महानिर्मिती के प्रबंध निदेशक राधाकृष्णन बी. और महापारेषण के संजीव कुमार उपस्थित थे। इस समझौते पर श्रीमती आभा शुक्ला और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सलाहकार मोहित भार्गव ने हस्ताक्षर किए। इस समझौते से महाराष्ट्र में ऊर्जा क्षेत्र में अनुसंधान, तकनीकी नवाचार और नीतिगत सहयोग को गति मिलेगी। स्वच्छ, विश्वसनीय और किफायती ऊर्जा आपूर्ति, ऊर्जा भंडारण उपाय, विद्युत बाजार संरचना, ग्रिड प्रणाली में सुधार, जलवायु अनुकूल नीतियां और प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे क्षेत्रों में संयुक्त कार्य किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय जैसी प्रतिष्ठित संस्था के सहयोग से महाराष्ट्र में ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक स्तर का अनुसंधान और नवाचार होगा। यह करार ऊर्जा भंडारण, विद्युत बाजार, ट्रांसमिशन प्रणाली और जलवायु अनुकूलता जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान, ज्ञान विनिमय और क्षमतावृद्धि को प्रोत्साहन देगा। यह स्वच्छ, विश्वसनीय और टिकाऊ ऊर्जा की दिशा में सहयोग का नया अध्याय है।
महाराष्ट्र सरकार और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (बर्कले) के बीच यह सहयोग आपसी विश्वास, समानता और सामूहिक हितों पर आधारित है, जिसमें राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं के अनुरूप स्थानीय उपायों के विकास पर बल दिया जाएगा।
यह समझौता लचीले स्वरूप का है, जिससे भविष्य के प्रोजेक्ट्स के अनुसार सहयोग के द्वार खुले रहेंगे। इस समझौते से महाराष्ट्र की शैक्षणिक संस्थाओं, अनुसंधान केंद्रों और प्रशासन को नवाचार, प्रशिक्षण और क्षमता विकास के नए अवसर प्राप्त होंगे। इससे राज्य का पर्यावरण-अनुकूल और सतत ऊर्जा की दिशा में प्रवास और भी तेज होगा। यह विश्वास अपर मुख्य सचिव आभा शुक्ला ने व्यक्त किया।
समझौते के तहत सहयोग के प्रमुख क्षेत्र :
-स्वच्छ, विश्वसनीय और किफायती बिजली का विकास।
-ऊर्जा भंडारण तकनीक पर संयुक्त अनुसंधान।
-बिजली बाजार की संरचना और नीति निर्माण।
-ग्रिड ट्रांसमिशन प्रणाली में नवाचार।
-जलवायु अनुकूल रणनीतियाँ (Climate Resilience)।
-कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम।