विचार ऊंचे हों तो ऊंचे लक्ष्य को पा सकते हो : प्राचार्य डॉ. शरद कांदे

विचार ऊंचे हों तो ऊंचे लक्ष्य को पा सकते हो : प्राचार्य डॉ. शरद कांदे

कोंढवा अप्रैल (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
पुणे में स्थित के.जे. इंस्टीट्यूट के ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक के तृतीय वर्ष के छात्रों का विदाई समारोह हाल ही में संपन्न हुआ है। इस अवसर पर संस्था के संकुल संचालक समीर कल्ला और संस्था के संस्थापक श्री कल्याणराव जाधव ने विद्यार्थियों का अभिनंदन करते हुए उनका मार्गदर्शन भी किया।

इस अवसर पर प्रोफेसर विजय नवले मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, कैरियर मार्गदर्शक के रूप में उनकी प्रतिष्ठा है। अपने व्याख्यानों में, उन्होंने एक अंतर्दृष्टिपूर्ण प्रस्तुति, एक धाराप्रवाह लेखन शैली, प्रेरक व्याख्यान और प्रासंगिक अनुभवों का उपयोग किया। अगर छात्रों के पास पूंजी है तो उन्हें बिजनेस करना चाहिए और अगर उनके पास ज्ञान है तो उन्हें आगे की पढ़ाई करनी चाहिए, ये दो तरह के विकल्प छात्रों के सामने रखे।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने ‘अशी पाखरे येती आणि स्मृती ठेवूनी जाती, दोन दिवसांची रंगत संगत आणि दोन दिवसांची नाती’ इस मराठी कविता को प्रस्तुत कर उन्होंने विद्यार्थियों का दिल जीत लिया, साथ ही एक नैतिक कहानी सुनाकर यह विश्वास दिलाया कि यदि विचार ऊंचे हों तो ऊंचे लक्ष्य की ऊंचाइयों तक पहुंचा जा सकता है।

इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. स्मिता जगताप, प्रो. युवराज पवार ने भी विचार व्यक्त किए। साथ ही छात्रों के बीच सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रत्येक अनुभाग से एक पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार का स्वरूप सम्मानचिन्ह और प्रशस्ति पत्र था।

निम्नलिखित विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए गए :
कंप्यूटर विभाग यश जगताप, यंत्र विभाग यश कटकधोंड, बिजली विभाग ओम पवार, वास्तुकला विभाग साक्षी रेनूसे और अणु विद्युत दूरसंचार विभाग लोकेश राईका को सम्मानचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर यहां विभाग प्रमुख प्रा. संतोष डोईफोडे, प्रा. प्रतीक्षा सनस, प्रा.भैरवनाथ जाधव प्रा.वैभव पोमण प्रा. आशीष मोडक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन प्रा.मोनिका जाधव व प्रा. यशोदीप भांबरे ने और आभार प्रदर्शन प्रा.धनश्री शिंदे ने किया।

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