मनपा प्रशासन साडेसतरानली को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करें अन्यथा खटखटाना पड़ेगा अदालत का दरवाज़ा : अमोल तुपे

मनपा प्रशासन साडेसतरानली को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करें अन्यथा खटखटाना पड़ेगा अदालत का दरवाज़ा : अमोल तुपे
हड़पसर, जुलाई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
साडेसतरानली परिसर के निवासियों को बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। तकरीबन 168 करोड़ रुपये का भारी-भरकम टैक्स चुकाने के बावजूद, न तो पक्की सड़कें हैं, न पानी, न बिजली और न ही जल निकासी की व्यवस्था! नतीजतन, गुस्साए नागरिक आखिरकार सड़कों पर उतर आए और नगर निगम को जगाने के लिए आंदोलन छेड़ दिया।
इस आंदोलन की पृष्ठभूमि में, हड़पसर क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक आयुक्त बाला साहेब ढवले पाटिल ने नागरिकों के साथ एक विशेष बैठक की। बैठक में क्षेत्र की समस्याओं को विस्तार से सुना। सड़कों पर गड्ढे, पानी की कमी, जल निकासी व्यवस्था की खराब स्थिति और बिजली लाइनों से निर्माण होनेवाले खतरे। उन्होंने इन समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। उक्त बैठक में पूर्व नगरसेवक मारुति आबा तुपे, स्मिता गायकवाड, भूषण तुपे, सीमा सावंत, दिलीप तुपे, राकेश भोसले, शैलेश शेलार, आकाश आटोले आदि के साथ अनेक निवासियों ने भाग लिया। महिलाएं और युवा अपने इलाके के मुद्दों को मजबूती से उठाने के लिए एकजुट हुए।
हम 168 करोड़ रुपये टैक्स देते हैं और बदले में हमें यह उपेक्षा मिलती है। अगर मनपा प्रशासन व्यवस्था हमारी ओर अनदेखी करता रहा, तो हमें अदालत का दरवाज़ा खटखटाना पड़ेगा। ज़रूरत पड़ी तो हम आयुक्त कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन भी करेंगे! यह चेतावनी क्रांति शेतकारी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष अमोल नाना तुपे ने दी है। इसके साथ ही उन्होंने महावितरण को भी चेतावनी दी है कि परिसर में जानलेवा बिजली के तार हैं, अगर कोई दुर्घटना हुई तो महावितरण के अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
हड़पसर क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक आयुक्त बालासाहेब ढवले पाटिल ने बताया, हमने नागरिकों द्वारा उठाई गई सभी समस्याओं का विवरण लिया है। संबंधित विभागों को उचित निर्देश दिए हैं। इन मुद्दों का जल्द ही समाधान किया जाएगा।