मुंढवा निवासियों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान कीजिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से पंकज कोद्रे की मांग
मुंढवा, सितंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महाराष्ट्र राज्य के उपमुख्यमंत्री श्री अजीत पवार ने जनसंवाद पहल के माध्यम से स्वयं हड़पसर विधानसभा क्षेत्र में उपस्थित होकर नागरिकों की समस्याएं सुनीं। इस अवसर पर स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी उनके साथ उपस्थित थे तब शिवसेना ओबीसी/ वीजेएनटी के पुणे जिला प्रमुख पंकज कोद्रे ने मुंढवा निवासियों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं। इस बारे में अजीत दादा के साथ वार्ता करते हुए यहां की मुख्य समस्याओं से अवगत कराया। साथ ही समस्याएं जल्द से जल्द हल करने का अनुरोध भी किया। इस अवसर पर उन्होंने अपनी मांगों का निवेदन भी उन्हें दिया। इस बारे में उन्होंने समस्याओं का समाधान किया जाएगा। यह जानकारी पंकज कोद्रे ने दी है।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए शिवसेना ओबीसी/वीजेएनटी के पुणे जिला प्रमुख पंकज कोद्रे ने बताया कि महाराष्ट्र राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा पुणे के पालकमंत्री अजीत पवार को मुंढवा-केशवनगर की जनता की ओर से मैंने हमारे परिसर में नागरी सुविधाएं उपलब्ध न होने से जो मुश्किलें एवं दिक्कतें हमें सहन करनी पड़ती हैं, उससे मुख्यतः उन्हें अवगत कराया। उन्हें बताया कि पुणे नगर निगम में वर्ष 1952 में मुंढवा गांव शामिल कर लिया गया। हालाँकि, यह गाँव अभी तक बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। मुंढवा गाँव में सबसे बड़ी समस्या यातायात की है। यहां कोई वैकल्पिक सड़क नहीं है और स्थानीय निवासियों को सड़क के लिए ली गई ज़मीन का कोई मुआवज़ा नहीं मिला है। क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिराव फुले चौक पर सबवे या फ्लाईओवर बनाया जाना चाहिए। हमारे गांव में एक भी खेल का मैदान, उद्यान, विरंगुला केंद्र या सांस्कृतिक भवन नहीं है। गांव में खुली भूमि को मनमाने ढंग से वितरित किया गया। क्रांति सूर्या महात्मा फुले चौक के लिए सब वे के लिए 5 करोड़ रुपये का फंड मिला है, परंतु काम शून्य है। मुंढवा गाँव में दशक्रिया घाट और श्मशान घाट की हालत बहुत खराब है। अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। गांव की समस्याओं के संबंध में आवेदन देने के बाद भी पुणे नगर निगम के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। अधिकारी हमारे गांव का पानी चुराकर बिल्डरों को बेच देते हैं। इससे स्थानीय निवासियों को पानी मिलने में दिक्कत होती है। पानी न मिलने के लिए वे हर बार अलग-अलग कारण बताते हैं और आवेदन करने पर कोई जवाब नहीं देते।
अंत में उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में बढ़ते शहरीकरण और जनसंख्या के साथ, यहाँ की समस्याएँ भी बढ़ रही हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमारे मुंढवा गाँव के विकास के लिए हमें बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करें। हमारे मुंढवा गांव के लिए 250 एकड़ गायरान जमीन थी वो जगह अधिग्रहण करके वहां हमारे मुंढवा निवासियों के लिए सुसज्ज अस्पताल, उद्यान, वरिष्ठ नागरिक विरंगुला केंद्र, जिम, सभागृह आदि समाजोपयोगी पहल लागू की जाएं।
