एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय में भव्य स्वतंत्रता दिवस का किया गया आयोजन
लोनी कालभोर, अगस्त (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
भारत माता की जय, वंदे मातरम् के जोशीले नारे, पारंपरिक वेशभूषा में सजे बच्चे, मैनेट कैडेटों की शानदार परेड और हजारों छात्रों की देशभक्ति से ओतप्रोत माहौल में देश का 79वां स्वतंत्रता दिवस एमआईटी कला, डिजाइन एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के ‘मैनेट’ भवन परिसर में देशभक्ति से ओतप्रोत माहौल में बड़े उत्साह और गौरव के साथ मनाया गया।

पूर्व उप नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर एस. पवार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के कार्यकारी अध्यक्ष और प्र-कुलपति प्रो.डॉ. मंगेश कराड, कार्यकारी निदेशक प्रो.डॉ. सुनीता कराड, कुलगुरु प्रो.डॉ.राजेश एस., प्रोवोस्ट प्रो. डॉ.सायली गणकर, प्र-कुलगुरु डॉ. रामचंद्र पुजेरी, डॉ. मोहित दुबे, कुलसचिव डॉ. महेश चोपड़े और मैनेट के प्राचार्य कैप्टन प्रेरित मिश्रा सहित कई गणमान्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
अपने संबोधन में वाइस एडमिरल मुरलीधर एस. पवार ने कहा कि भारतीय नौसेना को महाराष्ट्र के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रेरक विरासत मिली है। हिंद स्वराज की प्रेरणा शिवाजी महाराज को राष्ट्रमाता मां जीजाबाई से मिली। आज की पीढ़ी को सही दिशा देने की ज़िम्मेदारी सबसे पहले घर की है और फिर शिक्षकों की है। भारत को विश्व में महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में युवाओं की अहम भूमिका होगी, इसलिए उन्हें खुद को मज़बूत बनाए रखना चाहिए और नशे जैसी बुराइयों से दूर रहना चाहिए।

प्रो. डॉ. मंगेश कराड ने कहा कि भारत को आज़ादी आसानी से नहीं मिली। अनगिनत बलिदानों के बाद आज हम आज़ादी की साँस ले पा रहे हैं। इस दिन हमें स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ देश की प्रगति में योगदान देनेवाले किसानों और मज़दूरों को भी याद करना चाहिए। विकसित भारत के सपने को साकार करने की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी युवाओं पर है, इसलिए उन्हें कौशल-आधारित शिक्षा प्रदान करके देश की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित करना ज़रूरी है।
कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण से हुई। इसके बाद, छात्रों ने मनमोहक नृत्य और देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन मैनेट के कैडेटों ने किया।
