अवसर का इस्तेमाल जिंदगी को तराशने में करें : प्रो. कुमुद शर्मा
वर्धा, सितंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ के नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए आयोजित दीक्षारंभ कार्यक्रम में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रवेश पाकर आप भाग्यशाली हों। आपको इस अवसर का इस्तेमाल जिंदगी को तराशने में करना चाहिए। तुलसी भवन स्थित ग़ालिब सभागार में सोमवार, 01 सितंबर को आयोजित कार्यक्रम में भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ की अधिष्ठाता प्रो. प्रीति सागर, भाषा विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. एच. ए. हुनगुंद, भाषा विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. अनिल पाण्डेय, प्रदर्शनकारी कला विभाग के अध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश भारती मंचासीन थे।

कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा ने फादर कामिल बुल्के के जन्मदिवस पर हिंदी भाषा एवं साहित्य में उनके योगदान को याद किया। उन्होंने विद्याथियों से कहा कि औपचारिक एवं अनौपचारिक तरीके से भी शिक्षा लेती रहनी चाहिए। आपस में समभाव को बढ़ाते हुए निरंतर आगे बढ़ने की कोशिश कीजिए और अतीत, वर्तमान तथा भविष्य से भी संवाद कीजिए। उन्होंने शिक्षक और शिष्य के बीच विश्वास एवं संवाद बनाए रखने की अपेक्षा भी व्यक्त की। इस अवसर पर उन्होंने साहित्य एवं भाषा विद्यापीठ के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत गीतों की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में गीत और संगीत की गूंज हमेशा बनी रहनी चाहिए। कार्यक्रम का स्वागत वक्तव्य भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ की अधिष्ठाता प्रो. प्रीति सागर ने दिया। उन्होंने माननीय कुलपति, मंचासीन विद्वानों एवं वर्धा, प्रयागराज, कोलकाता एवं रिद्धपुर केंद्र पर भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ में नवप्रवेशित विद्यार्थियों का स्वागत किया। उन्होंने भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ के अध्यापकों से नव प्रवेशित विद्यार्थियों का परिचय भी कराया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप-दीपन तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं कुलगीत से किया गया। उत्कर्ष सहस्रबुद्धे व साहिब देव शर्मा ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का संचालन साहित्य विद्यापीठ के एसोशिएट प्रोफेसर डॉ. अशोक नाथ त्रिपाठी ने किया तथा भाषा विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. एच. ए. हुनगुंद ने आभार माना।
इस अवसर पर भाषा एवं साहित्य विद्यापीठ के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के साथ-साथ विभिन्न विभागों के शिक्षक उपस्थित थे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।