पुणे, अक्टूबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पुणे डिवीजन ने कोंढवा पुलिस स्टेशन के एक पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ रिश्वत मांगने और स्वीकार करने तथा एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी को प्रोत्साहित करने के आरोप में कार्रवाई की।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पुणे डिवीजन ने आरोपी लोक सेवक सोमनाथ बापू महारनवार, उम्र 34 वर्ष, पद पुलिस कांस्टेबल, कोंढवा पुलिस स्टेशन, पता- फ्लैट नंबर 4, ओम नमो रेजीडेंसी, शेवालेवाड़ी ता.हवेली, जिला पुणे। (वर्ग-3), 2) युवराज कृष्ण फरांदे, उम्र 59 वर्ष, सेवानिवृत्त पुलिस उप-निरीक्षक, नि. स्वप्नपूर्ति बंगला, वृंदावन सोसाइटी, उरुली देवाची, ता. हवेली, जिला पुणे को चोरी के मामले में सहायता करने और उक्त मामले में उसे गिरफ्तार न करने के लिए 10,000/- रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने 10/10/2025 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पुणे में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कोंढवा पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारी सोमनाथ महारनवार ने शिकायतकर्ता के खिलाफ कोंढवा पुलिस स्टेशन में दर्ज बिजली चोरी के मामले में सहायता करने और उक्त मामले में उसे गिरफ्तार न करने के लिए समझौता करके 10,000/- रुपये की रिश्वत मांग की थी।
शिकायतकर्ता द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पुणे दस्ते द्वारा दिनांक 10/10/2025 और 11/10/2025 को सत्यापन कार्रवाई की गई। दिनांक 11/10/2025 को सत्यापन में पाया गया कि अपराधी लोक सेवक सोमनाथ महारनवार ने शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग की यह निष्पन हुआ। शिकायतकर्ता व उसके मकान मालिक आरोपी हैं, बिजली चोरी के अपराध में लोक सेवक सोमनाथ महारनवार ने शिकायतकर्ता के मकान मालिक द्वारा दायर मामले में सहायता के लिए पहले ही 5000/- रुपये की राशि स्वीकार कर ली थी, लेकिन सोमनाथ महारनवार को 5,000 रुपये देने की अन्यत्र चर्चा होने से महारनवार ने शिकायतकर्ता को थाने में बुलाकर जो 5,000 रुपये मुझे देनेवाले हैं, उसे अपने मकान मालिक के पास ले जाइए। ऐसे कहते हुए रिश्वत की माँग करने का निष्पन्न हुआ। साथ ही यह भी पाया गया है कि अभियुक्त सेवानिवृत्त पुलिस उप-निरीक्षक युवराज फरांदे ने फ़ोन पर रिश्वत की माँग को बढ़ावा दिया था।
तदनुसार दिनांक 13/10/2025 को की गई ट्रैप कार्रवाई के दौरान पुलिस कांस्टेबल सोमनाथ महारनवार ने शिकायतकर्ता व उसके मकान मालिक को पुलिस स्टेशन बुलाया और शिकायतकर्ता को उसके मकान मालिक को 5,000 रुपये देने के लिए कहा। शिकायतकर्ता के मकान मालिक को कोंढवा पुलिस स्टेशन के बाहर पुलिस कांस्टेबल सोमनाथ महारनवार की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 5000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप अधिकारी सहायक पुलिस आयुक्त श्रीमती नीता मिसाल ने पकड़ा है। इस संबंध में, पुणे शहर के कोंढवा पुलिस स्टेशन में पुलिस कांस्टेबल सोमनाथ महारनवार और सेवानिवृत्त पुलिस उप-निरीक्षक युवराज फरांदे के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। आगे की कार्रवाई जांच अधिकारी पुलिस निरीक्षक श्रीमती असावरी शेडगे द्वारा जारी है।
उक्त कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पुणे डिवीजन के पुलिस उपायुक्त/पुलिस अधीक्षक श्री शिरीष सरदेशपांडे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अजीत पाटिल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अर्जुन भोसले, पुलिस स्टेशन पुणे के मार्गदर्शन में पुणे भ्रष्टाचार निरोधक विभाग द्वारा की गई।
यदि कोई लोक सेवक, सरकारी अधिकारी/कर्मचारी या कोई निजी व्यक्ति (एजेंट) उनकी ओर से किसी सरकारी काम करवाने के लिए कानूनी शुल्क के अलावा रिश्वत की मांग करता है, तो उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत भ्रष्टाचार निरोधक विभाग पुणे कार्यालय से निम्नलिखित नंबर पर पुलिस अधीक्षक श्री शिरीष सरदेशपांडे (मो.नं. 9823167154) व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अजीत पाटिल (मो.नं. 9029030530) से संपर्क करें। यह अपील की गई है।
