कड़ी मेहनत, लगातार प्रयास और अच्छे मार्गदर्शन पर ध्यान केंद्रित करें : प्रा. नितिन बानगुड़े-पाटिल

कड़ी मेहनत, लगातार प्रयास और अच्छे मार्गदर्शन पर ध्यान केंद्रित करें : प्रा. नितिन बानगुड़े-पाटिल
आईआईबी द्वारा आयोजित मार्गदर्शन बैठक को मिली सहज प्रतिक्रिया
पुणे, अप्रैल (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
कभी हार न मानना और कड़ी मेहनत करना ही सफलता का रहस्य है और यदि आप इसका पालन करेंगे तो डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक बनने का आपका दृढ़ संकल्प सही साबित होगा। इस बारे में सोचें कि आप कौन हैं, इस बारे में सोचें कि आप क्या बन रहे हैं। कड़ी मेहनत, लगातार प्रयास और अच्छे मार्गदर्शन पर ध्यान केंद्रित करें। आप जितना अधिक परिश्रम करेंगे, आपको उतनी ही अधिक सफलता मिलेगी। यह विचार प्रतिपादन प्रसिद्ध वक्ता, लेखक और इतिहासकार प्रा. नितिन बानगुड़े-पाटिल ने व्यक्त किए।
पुणे जिला परिषद के शिक्षा माध्यम विभाग पुणे जिला प्राचार्य संघ और पुणे शहर माध्यमिक व उच्च माध्यमिक प्राचार्य संघ व आईआईबी कैरियर इंस्टीट्यूट के सहयोग से गुणवत्ता संवर्धन अभियान 2024-25 के तहत एक भव्य मार्गदर्शन व योग्यता सूची वितरण समारोह का गत रविवार को स्वारगेट स्थित गणेश कला क्रीड़ा रंगमंच में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था- दसवीं कक्षा के बाद आगे क्या? इस ज्वलंत मुद्दे पर विशेषज्ञों को गहन मार्गदर्शन प्रदान करते हुए श्री बानगुड़े-पाटिल बोल रहे थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्ज्वलन, प्रतिमा पूजन तथा यह हमारी प्रार्थना है प्रार्थना की गई। इसके बाद महर्षि कर्वे एजूकेशन सोसायटी के महिला हाईस्कूल, कर्वेनगर की दृष्टिहीन छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इस स्वागत गीत ने श्रोताओं का दिल जीत लिया।
इस अवसर पर यहां माध्यमिक पुणे जिला के शिक्षा अधिकारी डॉ. भाऊसाहेब कारेकर,आईआईबी कैरियर इंस्टीट्यूट महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक श्री दशरथ पाटिल, नांदेड़ इंस्टीट्यूट के निदेशक श्री बालाजी वाकोडे-पाटिल, शिवाजीनगर इंस्टीट्यूट के निदेशक श्री दैविक मंठाले, महाराष्ट्र राज्य प्राचार्य निगम, मुंबई के सचिव श्री नंदकुमार सागर, राज्य प्राचार्य निग के प्रवक्ता श्री प्रसाद गायकवाड़, पुणे सिटी प्रिंसिपल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शिवाजी कामथे, सचिव श्री किशोर बोरसे आदि के साथ अन्य गणमान्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर बालाजी वाकोडे-पाटिल ने आईआईबी कैरियर इंस्टीट्यूट की कार्यप्रणाली से परिचय कराया।
प्रा. नितिन बानगुड़े-पाटिल ने आगे बोलते हुए कहा कि कोई भी कार्य छोटा या कठिन नहीं होता। अगर आप दिल से दृढ़ निश्चय कर लें तो सब कुछ संभव है। अगर आप कड़ी मेहनत करेंगे तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी। मैं डॉक्टर बनना चाहता था; लेकिन मुझे उचित मार्गदर्शन नहीं मिला। लेकिन आज आपके पास आईआईबी संस्थान जैसा ‘डॉक्टर और इंजीनियर तैयार करने का कारखाना’ है इसलिए, आपके दृढ़ संकल्प और समर्थन से देश को अच्छे डॉक्टर और इंजीनियर मिलेंगे। इतिहास के प्रेरक व्यक्तित्वों के उदाहरण देकर विद्यार्थियों को सफल जीवन के मार्ग समझाए। इस संसार में केवल आप ही स्वयं पर विजय प्राप्त कर सकते हैं, कोई और नहीं। यह मत भूलिए कि आप अपने जीवन के निर्माता हैं। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों का समाधान करते हुए उन्होंने कहा कि 10वीं कक्षा के बाद केवल कैरियर ही नहीं, बल्कि व्यक्तित्व विकास भी अधिक महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम का परिचय आईआईबी कैरियर इंस्टीट्यूट, पुणे विभाग के निदेशक एडवोकेट महेश लोहरे द्वारा किया गया। उन्होंने इस अभियान के पीछे के उद्देश्य को समझाया तथा गुणवत्ता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने अभिभावकों की भूमिका को भी स्पष्ट किया। इसके अलावा आईआईबी कैरियर इंस्टीट्यूट ने 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 2,500 छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की घोषणा की।
दोपहर के सत्र में शिक्षा अधिकारी भाऊसाहेब कारेकर ने गुणवत्ता की परिभाषा और सरकार के दृष्टिकोण से स्कूल प्रबंधन के महत्व को समझाया। इस सत्र में गुणवत्तापूर्ण कार्य करनेवाले पुणे शहर के 51 स्कूलों को शिक्षाधिकारी डॉ. भाऊसाहेब कारेकर, श्रीमती महेंद्रकर व प्रसाद गायकवाड़ द्वारा प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
पुणे शहर प्राचार्य संघ की कार्यकारी समिति द्वारा बहुत ही सुचारू रूप से कार्यक्रम संचालित किया गया। पुणे शहर प्राचार्य संघ के अध्यक्ष शिवाजी शिंदे, कार्यकारी अध्यक्ष शिवाजी कामथे और सचिव किशोर बोरसे ने मुख्य आयोजकों के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को न केवल मार्गदर्शन मिला, बल्कि आत्मविश्वास, सोच में दिशा और सफलता का मंत्र भी मिला। यदि अभिभावक अपनी भूमिका के प्रति जागरूक हो गए तो शिक्षक भी प्रेरित होंगे। गुणवत्ता संवर्धन अभियान यह महज एक पहल नहीं है, बल्कि शैक्षिक परिवर्तन का अग्रदूत है।इस अभियान ने इस पर प्रकाश डाला है। कार्यक्रम में लगभग तीन हजार छात्र और अभिभावक उपस्थित थे। यह जानकारी पुणे शहर प्राचार्य संघ के अध्यक्ष शिवाजी शिंदे, कार्यकारी अध्यक्ष शिवाजी कामथे और सचिव किशोर बोरसे ने दी।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन आईआईबी निदेशक कल्पना लोहारे और आभार प्रदर्शन शोभा कांबले ने किया।