भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. सी.वी. रमन की जयंती जेएसपीएम के राजर्षि शाहू महाविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई
हांडेवाड़ी, नवंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
जेएसपीएम के राजर्षि शाहू वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय (कंप्यूटर विज्ञान), उरुली देवाची, हड़पसर में भारत के प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी, नोबेल पुरस्कार विजेता और ‘रमन प्रभाव’ के खोजकर्ता डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमन की जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विज्ञान दिवस के अवसर पर जागरूकता, प्रेरणा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के उद्देश्य से उत्साहपूर्ण और शैक्षिक माहौल में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत माने-देशमुख ने की। अपने मार्गदर्शक भाषण में उन्होंने कहा, डॉ. सी.वी. रमन ने प्रकाश विकिरण पर अपने गहन शोध के माध्यम से ‘रमन प्रभाव’ की खोज की। इस खोज ने न केवल भारतीय विज्ञान को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाई, बल्कि भारतीय छात्रों के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान के द्वार भी खोले। उनके दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और ज्ञान के प्रति समर्पण ने भारतीय वैज्ञानिक परंपरा को और मज़बूत किया। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील कि वे विज्ञान के प्रति जिज्ञासा, प्रश्नात्मक दृष्टिकोण के साथ तथा नवाचार के दृष्टिकोण से देखें।
इस अवसर पर छात्र निलेश मुंगसे ने डॉ. रमन के शोध कार्य, व्यक्तित्व और विज्ञान में योगदान पर एक अत्यंत प्रेरक भाषण देकर श्रोताओं को प्रभावित किया।
कार्यक्रम में कॉलेज के सभी विभागों के प्रोफेसर, गैर-शिक्षण कर्मचारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन निदेशक डॉ. वसंत बुगड़े और संयुक्त निदेशक डॉ. कालबांडे के मार्गदर्शन में किया गया।
इस पहल के माध्यम से छात्रों में विज्ञान के प्रति जुनून, शोध के प्रति लगन और नवाचार के प्रति प्रेरणा का संचार हुआ। डॉ. रमन के प्रसिद्ध कथन, विज्ञान सोचने का एक तरीका है, इस कार्यक्रम के माध्यम से इसे प्रत्यक्ष जागरूकता में लाने का प्रयास किया गया।
