डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत : समीक्षा थोरात

डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत : समीक्षा थोरात
अण्णासाहेब मगर महाविद्यालय में भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की जयंती पर किया गया अभिवादन
मांजरी, अप्रैल (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने न्याय, समानता व बंधुत्व के मूल्यों के आधार पर गुलामी को खत्म करने का काम किया। महिलाओं, वंचितों, शोषितों, मजदूर वर्ग और दलितों को संविधान के माध्यम से उनके अधिकार और विशेषाधिकार दिए। भारत को एकजुट रखने के लिए एक नई मूल्य प्रणाली बनाई। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं। यह विचार बाल व्याख्याता समीक्षा थोरात ने व्यक्त किये।
पुणे जिला शिक्षण मंडल के अण्णासाहेब मगर महाविद्यालय में महाविद्यालय के प्राचार्य व सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय प्रबंधन परिषद के सदस्य डॉ. सदस्य डॉ. नितिन घोरपडे के मार्गदर्शन में भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर अभिवादन का आयोजन किया गया। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की प्रतिमा पर महाविद्यालय के व्यवसाय पाठ्यक्रम के उपप्राचार्य प्रा.अनिल जगताप के शुभ हाथों पुष्पहार अर्पण करके अभिवादन किया गया। इस अवसर पर बाल व्याख्याता समीक्षा थोरात का भाषण आयोजित किया गया।
यहां डॉ. रमाकांत जोशी, डॉ. अजय कवाडे, प्रा. अनिल देवकाते, डॉ. उज्ज्वला खिस्ती, शिवाजी सोनवणे, महेंद्र थोरात, चांगदेव पोमन, सचिन शिंदे, राजू आवटी, साधना कालेभोर, आशा बांदल और विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन डॉ. नाना झगडे व आभार प्रदर्शन डॉ. विलास मोरे ने किया।