चुनाव संबंधी शिकायतों के लिए ‘सी-विजिल’ की सुविधा : पुणे जिले में अब तक 278 शिकायतों पर पूरी हुई कार्यवाही

चुनाव संबंधी शिकायतों के लिए ‘सी-विजिल’ की सुविधा : पुणे जिले में अब तक 278 शिकायतों पर पूरी हुई कार्यवाही

पुणे, अप्रैल (जिमाका)
स्वतंत्र, पारदर्शी, निष्पक्ष और समावेशी चुनाव भारतीय लोकतंत्र की पहचान है और भारत चुनाव आयोग ने नवीनतम तकनीक को अपनाकर और कई नए उपयोगी (ऐप) विकसित करके नागरिकों की चुनावी भागीदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। उनमें से एक ऐप ‘सी-विजिल’ ऐप नागरिकों की चुनावी भागीदारी बढ़ाने में उपयोगी हो रहा है। सी-विजिल एप पर पुणे जिले में कुल 278 शिकायतें दर्ज की गई हैं और सभी शिकायतों पर कार्यवाही पूरी हो चुकी है।

लोकतंत्र को समृद्ध और मजबूत करने में जागरूक मतदाताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके लिए, नागरिकों की भागीदारी को मतदान तक सीमित करने के बजाय चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करने का प्रयास भारत का चुनाव आयोग कर रहा है। इसी उद्देश्य से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की ऑनलाइन शिकायतों के लिए ‘सी-विजिल’ ऐप उपलब्ध कराया गया है। यह ऐप नागरिकों के लिए आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराने का बेहद प्रभावी हथियार है।


कैसे करें ‘सी-विजिल’ पर शिकायत
वोट के लिए नकद रिश्वत देना, मुफ्त सामान बांटना, शराब बांटना, निर्धारित समय के बाद लाउडस्पीकर का इस्तेमाल, प्रतिबंधित समय के दौरान चुनाव प्रचार जैसे विभिन्न प्रकार के आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें ऐप पर साइन इन करके की जा सकती हैं। इसके अलावा नागरिक अपनी पहचान बताए बिना भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

आचार संहिता के उल्लंघन के साक्ष्य के तौर पर घटना के फोटो, वीडियो, ऑडियो टेप अपलोड किए जाएं। आपने जिस स्थान पर यह तस्वीरें, वीडियो लिए हैं और उन्हें अपलोड किया है वह जगह जीपीएस द्वारा स्वचालित रूप से जियो-टैग होती है। इसमें आचार संहिता के उल्लंघन के स्थान के बारे में अधिक विवरण भरने की सुविधा भी है। इसके बाद आचार संहिता के उल्लंघन का रूप ड्रॉपडाउन सूची से चयन करने के बाद संबंधित घटना का संक्षिप्त विवरण करना ज़रूरी है, बाद में शिकायत (सबमिट) कर देनी चाहिए।

सी-विजिल ऐप जिला नियंत्रण कक्ष, आदर्श आचार संहिता कक्ष, चुनाव निर्णय अधिकारी, भरारी टीम, संचालन नियंत्रण टीम से जुड़ा है, इसलिए शिकायत प्राप्त होते ही सभी संबंधित प्रणालियाँ तेजी से कार्रवाई करती हैं। भरारी टीम को घटना स्थल पर 15 मिनट के अंदर पहुंचना अनिवार्य किया गया है। शिकायत दर्ज करने के बाद 100 मिनट के भीतर उस शिकायत पर कार्रवाई की जाती है और शिकायतकर्ता को जानकारी दी जाती है।

शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जा रही है, उसे सुरक्षा मिलती है यह भी इस ऐप की खासियत है। नागरिकों ने आचार संहिता उल्लंघन का यदि प्रकार मिल जाने पर सी-विजिल को सूचित करना चाहिए। यह अपील जिला चुनाव प्रशासन की ओर से की गई है।

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