भक्ति और योग से बनाएं स्वस्थ समाज : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

पुणे, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि योग हमारी संस्कृति, परंपरा और सौभाग्यपूर्ण जीवन की कुंजी है तथा यह एक चिकित्सीय पद्धति भी है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि भक्ति और योग के माध्यम से हम मिलकर एक स्वस्थ और सुदृढ़ समाज का निर्माण करें।
यह बात उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, संत ज्ञानेश्वर महाराज संस्थान (आळंदी), एवं संत तुकाराम महाराज संस्थान (देहू) के संयुक्त आयोजन ‘वारकरी भक्ति‑योग’ कार्यक्रम में कही।
इस अवसर पर उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत दादा पाटील, नगर विकास राज्यमंत्री माधुरी मिसाळ, संत साहित्य परंपराविद डॉ. सदानंद मोरे, विठ्ठल‑ रुख्मिणी संस्थान के सह-अध्यक्ष गहिनीनाथ औसेकर, पुणे विश्वविद्यालय कुलगुरु डॉ. सुरेश गोसावी, संभागीय आयुक्त चंद्रकांत पुलकुंडवार, पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, महानगर आयुक्त नवल किशोर राम, जिला कलेक्टर जितेंद्र दूडी, खेल निदेशक शीतल तेली उगले, और विश्वविद्यालय परामर्शी परिषद सदस्य राजेश पांडे उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, “योग मन और शरीर को पुनर्जीवित करता है। इसे पूरे विश्व तनाव‑मुक्ति, स्वास्थ्य व कल्याण के रूप में स्वीकार कर रहा है। भारत की पहलकदमी पर संयुक्त राष्ट्र ने योग दिवस की घोषणा की, जिसे 11 वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि ‘एक भूमि, एक आरोग्य’ संदेश को वारकरी संप्रदाय ने सामूहिक योग से साकार किया। 700 कॉलेजों और हजारों वारकरीयोने योगासन किया। आयोजन में ‘आरोग्य वारी’ की भी शुरुआत की गई है।
मंत्री पाटील ने कहा, “आज करीब 1 करोड़ लोग एक साथ योग कर रहे हैं। 5000 वर्षों में योग व ध्यान की महत्ता फिर से स्थापित हो रही है। यह परंपरा आधुनिक शिक्षा‑स्वास्थ्य पद्धतियों में प्रासंगिक बन रही है।”
राजेश पांडे ने बताया कि योग की जड़ें पतंजलि व गौतम बुद्ध के समय से विकसित हैं और प्रधानमंत्री मोदी ने इसे वैश्विक मंच तक पहुंचाया। पुणे में 187 कॉलेजों, लगभग 1200 शिक्षकों व 6000 छात्रों ने हिस्सा लिया।
डॉ. पल्लवी कव्हाणे की टीम ने उपस्थित लोगों को ताड़ासन, भुजंगासन, अर्धशलभासन, मकरासन, कपालभाती, अनुलोम‑विनोम आदि योग के आसन करवाए। कार्यक्रम में संगीत दिवस के अवसर पर अभंग गायन भी हुआ।
कार्यक्रम में विधायक भीमराव तापकीर, हेमंत रासने, सुनील कांबळे, पिंपरी‑चिंचवड़ पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे, महानगर आयुक्त शेखर सिंह, ज़िला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजानन पाटील, प्रो- कुलगुरु पराग काळकर, संत ज्ञानेश्वर संस्थान की विश्वस्त ॲडवॉकेट राजेंद्र उमापे, भावार्थ देखणे सहित सत्यं सेवकों एवं विदेशी नागरिकों ने भी भाग लिया। संगीत दिवस के अवसर पर अभंग गायन भी हुआ।
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