ऐतिहासिक ‘राजगढ़’ किले का नाम वेल्हे तालुका को कैबिनेट के माध्यम से दिया जा सका इसकी बहुत खुशी : उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की प्रतिक्रिया

वेल्हे तालुका का नाम ’राजगढ़’ करने का निर्णय वेल्हे तालुका सहित पूरे महाराष्ट्र में खुशी : उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की प्रतिक्रिया
मुंबई, मार्च (महासंवाद)
पुणे जिले के वेल्हे तालुका में राजगढ़, तोरणा जैसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक किले हैं। वेल्हे तालुका के राजगढ़ किले पर से छत्रपति शिवाजी महाराज ने 27 वर्षों तक स्वराज्य का संचालन किया। उस ऐतिहासिक राजगढ़ किले का, स्वराज्य की पहली राजधानी का नाम वेल्हे तालुका को देने का निर्णय राज्य मंत्रिमंडल के माध्यम से लिया गया। वेल्हे तालुका और पुणे जिले के निवासियों की इच्छाएं पूरी हो गई हैं, हमें इसकी बहुत खुशी है। यह प्रतिक्रिया उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने व्यक्त की।
वेल्हे तालुका का नाम ’राजगढ़’ करने के कैबिनेट निर्णय के कारण श्री अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री और पुणे जिले के पालकमंत्री के रूप में पिछले कुछ वर्षों के निरंतर प्रयास सफल रहे हैं।
वेल्हे तालुका का नाम ’राजगढ़’ करने के लिए तालुका की 70 में से 58 ग्रामपंचायतों के सकारात्मक प्रस्ताव प्राप्त करना, पुणे जिला परिषद की 22 नवंबर 2021 की आम बैठक में ’राजगढ़’ नाम की सिफारिश को मंजूरी लेना, पुणे विभागीय आयुक्त से 5 मई 2022 को ऐसा प्रस्ताव प्रस्तुत करके लेने में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने उस समय अहम भूमिका निभाई थी।
राज्य में विपक्षी दल के नेता थे, तब उन्होंने 27 अप्रैल, 2023 को मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर वेल्हे तालुका का नाम बदलकर ’राजगढ़’ करने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की गई। उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता के रूप में अजीत पवार ने समय-समय पर की जो मांग रही वह उपमुख्यमंत्री के रूप में उनके ही कार्यकाल में पूरी हो रही है। इसका वेल्हे तालुका, पुणे जिला और महाराष्ट्र के सभी लोगों को इस पर गर्व है, हर जगह प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी इस निर्णय को लेने में सहयोग करनेवाले सभी ग्रामपंचायतों और जिला परिषद सदस्यों को अभिनंदन और धन्यवाद दिया है।