पुणे एयरपोर्ट पर ‘उमेद सावित्री’ विक्रय कियोस्क का उद्घाटन – मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौजूद रहे

पुणे, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पुणे जिला परिषद की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित वस्तुओं की बिक्री के लिए ‘उमेद सावित्री’ नामक एक विशेष विक्रय कियोस्क का उद्घाटन आज पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर किया गया। यह उद्घाटन केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार, ग्राम विकास और पंचायत राज मंत्री जयकुमार गोरे, कृषि मंत्री एड. माणिकराव कोकाटे, रोजगार गारंटी योजना एवं फलोत्पादन विकास मंत्री भरत गोगावले, ग्राम विकास राज्य मंत्री योगेश कदम, विधायक जगदीश मुळीक, पुणे के जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजानन पाटील, और जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा (DRDA) की परियोजना संचालक शालिनी कडू भी उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथियों ने कियोस्क का अवलोकन किया, महिला सदस्यों से संवाद किया और विक्रय केंद्र पर उपलब्ध वस्तुओं की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को शुभकामनाएँ दीं।
इस अवसर पर पुणे मनपा आयुक्त नवल किशोर राम, पिंपरी-चिंचवड़ मनपा आयुक्त शेखर सिंह, पुणे एयरपोर्ट निदेशक संतोष डोके, पुणे शहर के पुलिस सहआयुक्त रंजन कुमार शर्मा और पुणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह गिल्ल भी उपस्थित थे।
महाराष्ट्र के किसी हवाई अड्डे पर महिला स्वयं सहायता समूह का पहला विक्रय केंद्र
पुणे जिला परिषद महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित वस्तुओं की संयुक्त बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराने और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से यह पहल की गई है।
वर्ष 2024 में पुणे जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा के माध्यम से पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विक्रय केंद्र स्थापित करने का प्रयास किया गया, जिसमें हवाई अड्डा प्रशासन का सकारात्मक सहयोग मिला।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की “अवसर” योजना के तहत स्थानीय स्वयं सहायता समूहों के कुशल कारीगरों को उनके द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री के लिए हवाई अड्डों पर स्थान प्रदान किया जाता है। इसी योजना के तहत ‘उमेद’ के महिला स्वयं सहायता समूहों को पुणे एयरपोर्ट पर यह कियोस्क उपलब्ध कराया गया है।
इस पहल के माध्यम से महाराष्ट्र में पहली बार महिला स्वयं सहायता समूहों को किसी हवाई अड्डे पर अपने उत्पाद बेचने का अवसर मिला है, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि और सशक्तिकरण की दिशा में एक नया कदम है।