नागपुर, नवम्बर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नागपुर में न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग (एनएटी) केंद्र का शुभारंभ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों किया गया। इस सुविधा से युक्त एम्स नागपुर मध्य भारत का पहला सरकारी स्वास्थ्य संस्थान बन गया है। इसी अवसर पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने गामा ब्लड इरैडिएटर उपकरण का भी उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम एम्स नागपुर के रक्त संक्रमण विभाग की ओर से आयोजित किया गया था।

एनएटी एक अत्याधुनिक जांच पद्धति है, जो रक्त, लार या अन्य नमूनों से रोगजनकों का शीघ्रता से पता लगाती है। इस जांच के माध्यम से एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी जैसे गंभीर रोगों का प्रारंभिक चरण में ही निदान हो जाता है, जिससे मरीज का तुरंत उपचार शुरू किया जा सकता है। इस जांच की सटीकता इसकी एक और विशेषता है। जब यह तकनीक रक्तपेढ़ियों में लगाई जाती है, तब दूषित रक्त के संक्रमण का खतरा लगभग समाप्त हो जाता है।
गामा ब्लड इरैडिएटर के माध्यम से जरूरतमंद मरीजों को अत्यंत शुद्ध रक्त उपलब्ध कराया जा सकता है और रक्त संक्रमण से फैलने वाले रोगों की रोकथाम संभव होती है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने दोनों उपकरणों की प्रशंसा करते हुए आशा व्यक्त की कि इन आधुनिक सुविधाओं का लाभ समाज के जरूरतमंद वर्गों को अधिकाधिक रूप से मिलेगा।
इस अवसर पर एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. प्रशांत जोशी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम में अधिष्ठाता डॉ. मृणाल पाठक, महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल के प्रशासक डॉ. विंकी रुघवाणी, रक्त संक्रमण विभाग प्रमुख डॉ. सौम्या दास, डॉ. पराग फुलझेले, डॉ. रौनक दुबे सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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