परोपकारी व्यक्तित्व के धनी थे रतन टाटा : प्रधानाचार्य शिवाजी शिंदे

परोपकारी व्यक्तित्व के धनी थे रतन टाटा : प्रधानाचार्य शिवाजी शिंदे
देश की शान रतन टाटा को श्री शिवाजी माध्यमिक विद्यालय में दी गई आदरांजलि
पुणे, अक्टूबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पद्मभूषण, पद्मविभूषण, महाराष्ट्र भूषण रतन नवल टाटा को गत सोमवार को महात्मा फुले विद्यानिकेतन संस्था के श्री शिवाजी माध्यमिक विद्यालय, दत्तनगर, आंबेगांव बु., पुणे में भक्तिभाव से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर स्कूल के छात्रों ने रतन टाटा की विभिन्न छवियाँ एकत्रित करते हुए अवधारणा प्रस्तुत करके छात्रों ने देश निर्माता के साक्षात दर्शन कराए।
स्कूल के प्रधानाचार्य शिवाजी शिंदे, संस्था के सचिव रवींद्र वाघ,अध्यक्ष स्मिता वाघ, प्रधान अध्यापिका मंगला जाधव, कंप्यूटर समन्वयक साक्षी शिंदे, प्रोजेक्ट मैनेजर श्री दीपक टिकले ने रतन नवल टाटा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके अभिवादन किया और उपास्थित छात्रों को उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा के व्यक्तित्व से परिचित किया।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन समीर गायकवाड व आभार प्रदर्शन सुनील बोरहाडे ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विद्यालय के हिरामन सैंदाणे, प्रा. खोडवे, रेखा देवरे, नवनीत भालकरे, जितेंद्र वाघ ने अपना योगदान दिया।
रतन नवल टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए स्कूल के प्रधानाचार्य शिवाजी शिंदे ने कुछ पंक्तिया प्रस्तुत कि जो इस प्रकार हैं :-
आज भगवान… भगवान के घर गए,
आज सच्चा ईश्वर का ईश्वर से मिलन हुआ,
उन्होंने सभी को कितना दिया,
लेकिन बिल्कुल भी इसका प्रचार प्रसार नहीं किया,
इतना कमाया, दान किया,
लेकिन उपभोग नहीं उठाया,
बस देता ही गया,
स्वयं से बड़ा है देश यही मानते रहे,
उसके लिए अपना कार्य जारी रखा,
बहुत सी आई दिक्कतें लेकिन शांत रहे,
मोह, माया, घृणा, ईर्ष्या से हमेशा रहे दूर,
आपने हमारा जीवन खुशहाल बना दिया,
भारत को आत्मनिर्भर बनाकर गया…
आज भगवान को दिल की गहराइयों से नमन,
ऐसा धर्मात्मा आज भगवान के घर गया…!
