‘एचपी ड्रीम्स अनलॉक्ड’ उत्सव का मुख्यमंत्री के हाथों उद्घाटन
मुंबई, अक्टूबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
“आज का युग कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) का है। इस तकनीक के माध्यम से समाज में साक्षरता और समानता स्थापित की जा सकती है। तकनीक, डिजिटलीकरण और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी साधन सीमाओं से परे हैं — इन्हें न भाषा की दीवारें रोक सकती हैं, न जाति या आर्थिक स्थिति का भेदभाव। यही कारण है कि यह तकनीक प्रत्येक भारतीय की कल्पनाओं को आकार देने की क्षमता रखती है,” ऐसा प्रतिपादन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया।
वे एचपी और इंटेल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘एचपी ड्रीम्स अनलॉक्ड’ उत्सव के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम मेहबूब स्टूडियो, बांद्रा में आयोजित किया गया था।

इस अवसर पर एचपी इंडिया की प्रबंध निदेशिका इप्सिता दासगुप्ता, मुख्यमंत्री के सलाहकार कौस्तुभ धवसे, विपणन प्रमुख आकाश भाटिया, कानूनी एवं शासकीय मामलों के प्रमुख राजू नायर सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता को अपनाने की नीति प्रारंभ की है। यह तकनीक सबके लिए खुली है, जिससे प्रत्येक व्यक्ति अपनी कल्पनाओं को वास्तविकता में बदल सकता है। सरकार ने एचपी के सहयोग से डिजिटल मीडिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की है और अब आगे बढ़ते हुए यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि आम नागरिकों को नई तकनीकों, विशेषकर एआई तक, आसान पहुंच मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में भी अब एआई का उपयोग शुरू किया गया है। पुणे में आयोजित एग्री-हैकथॉन में युवाओं द्वारा विकसित एआई मॉडल हवा के घटकों का विश्लेषण कर फसलों में कीटों के प्रकोप की पूर्व चेतावनी देता है। “यह वास्तव में एक गेम-चेंजर मॉडल है,” मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे तकनीकी हस्तक्षेपों से किसानों का नुकसान रोका जा सकेगा, खर्च घटेगा और कृषि अधिक लाभदायक बनेगी। एआई, ब्लॉकचेन और डिजिटलीकरण जैसी तकनीकों ने केवल उद्योग जगत ही नहीं बल्कि शासन व्यवस्था में भी पारदर्शिता और कार्यक्षमता बढ़ाई है।
इस कार्यक्रम में देशभर से लगभग 40 हजार युवाओं ने भाग लिया, जिनमें से 40 उत्कृष्ट नवोन्मेषी उपक्रमों को सम्मानित किया गया।मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, “इन नवोन्मेषों में समाज और अर्थव्यवस्था पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालने की क्षमता है। जो पहल नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बना सकती हैं, उनके साथ राज्य सरकार साझेदारी करने के लिए तैयार है।”
