सर्वांगीण विकास में इंजीनियरों का योगदान : प्राचार्य डॉ. शरद कांदे
कोंढवा, सितंबर हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क
इंजीनियर्स डे हमें सर विश्वेश्वरैया के कार्यों की याद दिलाता है। उन्होंने न केवल तकनीक के द्वार खोले, बल्कि देश की प्रगति के भी द्वार खोले। आज का युग तेज़ी से बदलाव का है। इस बदलाव का हिस्सा बनने और समाज को आगे बढ़ाने के लिए, हमें हमेशा नई तकनीक से अपडेट रहना होगा। समाज के सर्वांगीण विकास में इंजीनियरों का योगदान अहम है। यह विचार ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने व्यक्त किए।
के.जे.शिक्षण संस्था के ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक में इंजीनियर्स दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर भारत के महान इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में छात्रों ने तकनीकी नवाचारों और परियोजनाओं को प्रस्तुत किया और प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रकाश डाला तब वे बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक श्री कल्याणराव जाधव एवं संकुल निदेशक समीर कल्ला के साथ सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
प्राचार्य डॉ. कांदे ने आगे कहा कि एक अच्छा इंजीनियर स़िर्फ एक तकनीशियन ही नहीं, बल्कि एक समाज सुधारक भी होता है। अपनी तकनीक के ज़रिए देश का विकास करना हमारा कर्तव्य है। आपके प्रयासों से हमारा देश आत्मनिर्भर बनेगा और तकनीकी की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाएगा, इसलिए हमेशा प्रयास करते रहें और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नई खोजें करते रहें। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के माध्यम से समाज में निर्माण होनेवाले नए अवसरों, ज़िम्मेदारियों एवं बदलावों पर ज़ोर दिया।
इसके अलावा, इंजीनियर्स दिवस के अवसर पर छात्रों के बीच पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, टावर मेकिंग प्रतियोगिता, कोडिंग प्रतियोगिता जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। क्विज़ प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथियों द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन देवयानी मते और आभार प्रदर्शन नेत्राली नलावडे ने किया।
