12/07/2025

एआईओआरएल -24 उद्घाटित : कृत्रिम बुद्धिमत्ता और ओटोरहिनोलेरिंगोलॉजी में एक ऐतिहासिक घटना

WhatsApp Image 2024-06-28 at 6.19.42 PM

पुणे, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)

“एआईओआरएल-24 – ओटोरहिनोलेरिंगोलॉजी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता: नए क्षितिज,” तीन दिवसीय अंतर-कमांड सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का उद्घाटन 28 जून 2024 को सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में किया गया।

समारोह का उद्घाटन सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा (डीजीएएफएमएस) के महानिदेशक एवं वरिष्ठ कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह, एवीएसएम, वीएसएम, पीएचएस ने किया।

WhatsApp-Image-2024-06-28-at-6.19.42-PM-1-300x200 एआईओआरएल -24 उद्घाटित : कृत्रिम बुद्धिमत्ता और ओटोरहिनोलेरिंगोलॉजी में एक ऐतिहासिक घटना

एआईओआरएल-24 एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और ओटोरहिनोलैरिंगोलॉजी के प्रतिच्छेदन की खोज करता है, जो चिकित्सा पद्धति में नए क्षितिज का वादा करता है। इस कार्यक्रम में सशस्त्र बलों में अपनी तरह की पहली हैंड्स-ऑन सिमुलेशन-आधारित ओटोलॉजिकल सर्जिकल ट्रेनिंग पर एक ग्राउंड ब्रेकिंग वर्कशॉप और “प्रतिबिंब” – ईएनटी विभागीय संग्रहालय का अनावरण शामिल है, जिसका उद्घाटन लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह ने किया।

WhatsApp-Image-2024-06-28-at-6.06.12-PM-1-300x200 एआईओआरएल -24 उद्घाटित : कृत्रिम बुद्धिमत्ता और ओटोरहिनोलेरिंगोलॉजी में एक ऐतिहासिक घटना

उद्घाटन सत्र में सम्मानित अतिथि, मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (एमएएचई) के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल एमडी वेंकटेश (सेवानिवृत्त) ने भाग लिया, जिन्होंने चिकित्सा शिक्षा और प्रौद्योगिकी के उभरते परिदृश्य पर व्यावहारिक टिप्पणियां कीं। कार्यक्रम में मेजर जनरल सबरीगिरीश के (सेवानिवृत्त) और डॉ. मोहनीश ग्रोवर ने भी मुख्य भाषण दिए, जिसमें ओटोरहिनोलैरिंगोलॉजी में प्रगति और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया।

आईआईटी कानपुर के डॉ. तुषार संधान ने एक उल्लेखनीय प्रस्तुति दी, जिसमें स्वास्थ्य सेवा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की परिवर्तनकारी भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें नैदानिक ​​और चिकित्सीय प्रक्रियाओं में सुधार के लिए एआई प्रौद्योगिकियों के एकीकरण पर जोर दिया गया।

WhatsApp-Image-2024-06-28-at-6.06.12-PM-300x200 एआईओआरएल -24 उद्घाटित : कृत्रिम बुद्धिमत्ता और ओटोरहिनोलेरिंगोलॉजी में एक ऐतिहासिक घटना

देश भर से 200 से अधिक प्रतिष्ठित संकाय सदस्य और प्रतिनिधि इस सीएमई में भाग ले रहे हैं, जो इसे ज्ञान के आदान-प्रदान और व्यावसायिक विकास के लिए एक जीवंत मंच बनाता है। यह कार्यक्रम अगले तीन दिनों में व्याख्यानों, व्यावहारिक कार्यशालाओं और इंटरैक्टिव सत्रों की एक श्रृंखला के माध्यम से समृद्ध अनुभव का वादा करता है।

एआईओआरएल-24, चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अग्रणी प्रगति के लिए सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, तथा निरंतर सीखने और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देता है।

About The Author

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *