यौन उत्पीड़न की घटनाओं को देखते हुए ‘गुड टच-बैड टच’ बच्चों को सिखाना जरूरी : दीपिका जवजाल
यौन उत्पीड़न की घटनाओं को देखते हुए ‘गुड टच-बैड टच’ बच्चों को सिखाना जरूरी : दीपिका जवजाल
हड़पसर, सितंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
अभिभावक और छात्रों के बीच संवाद होना आवश्यक है। लड़कियों की तरह लड़कों को भी ‘गुड टच और बैड टच’ सिखाना जरूरी है। यौन उत्पीड़न की घटनाओं को देखते हुए यौन उत्पीड़न की कोई उम्र सीमा नहीं रही है। अपराधी की मानसिकता क्रूर तरीके से बदल रही है, इसलिए जरूरी है कि माता-पिता स्वयं जागृत रहें। यह अपील हड़पसर पुलिस स्टेशन की सहायक पुलिस निरीक्षक दीपिका जवजाल ने की है।
ससाणेनगर में स्थित न्यू इंग्लिश स्कूल में अभिभावक और छात्रों के लिए सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, तब उपस्थित अभिभावकों का मार्गदर्शन करते हुए वे बोल रही थीं। इस अवसर पर यहां न्यू इंग्लिश स्कूल के चेयरमैन निलेश ससाणे, पूर्व नगरसेवक योगेश ससाणे, अजीत ससाणे, सागर ससाणे, दामिनी पथक की दिपाली गायकवाड, मंजुषा ढिगले आदि उपस्थित थे।
पूर्व नगरसेवक योगेश ससाणे ने कहा कि पहले शिक्षक छात्रों को बेंत मारकर सजा देते थे ताकि छात्र वही गलती दोबारा न करे। छात्रों को डर था कि अगर उन्होंने गलती की तो कोई उन्हें सज़ा देगा, लेकिन अब अगर शिक्षक थोड़ा भी चिल्लाते हैं तो माता-पिता शिक्षकों से जवाब मांगने आ जाते हैं, इसलिए छात्र को शिक्षक का महत्व नहीं रहता है। माता-पिता को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए।
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