बांग्लादेश में फंसे राज्य के छात्रों की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा उठाए गए कदम
छात्रों की सुरक्षा और वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से चर्चा
मुंबई, अगस्त (महासंवाद)
बांग्लादेश में नागरिक अशांति के मद्देनजर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वहां फंसे राज्य के छात्रों की सुरक्षा और उनकी वतन वापसी के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन छात्रों को तत्काल सहायता प्रदान करने और उनकी भारत वापसी के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है।
बांग्लादेश में अशांति ने विदेशी नागरिकों, विशेषकर अशांत क्षेत्रों में फंसे छात्रों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसी पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने वहां पढ़नेवाले महाराष्ट्र के छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने विदेश मंत्रालय से बातचीत की है और बांग्लादेश में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। प्रभावित छात्रों से अनुरोध है कि वे हर संभव सहायता प्रदान करें। उनकी तत्काल सुरक्षा सुनिश्चित करने, आवश्यकता पड़ने पर उन्हें बांग्लादेश में सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने, उनकी सुरक्षित भारत वापसी की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने चर्चा की है।
बांग्लादेश में फंसे छात्रों के बारे में जानकारी प्राप्त करने और उन्हें तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए वर्तमान में बांग्लादेश में राज्य के छात्रों की एक सूची संकलित कर विदेश मंत्रालय को उपलब्ध कराई गई है, इन छात्रों से तुरंत संपर्क करना और सहायता प्रदान करना संभव होगा। राज्य सरकार द्वारा वहां की स्थिति पर नजर रखने और केंद्रीय अधिकारियों और प्रभावित परिवारों के संपर्क में रहने के लिए एक टीम भी गठित की गई है। बांग्लादेश स्थित भारतीय दूतावास से समन्वय किया जा रहा है, ताकि छात्रों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जा सकें।
मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनकी वतन वापसी के लिए सभी आवश्यक उपाय किये जा रहे हैं। इस चुनौतीपूर्ण समय में राज्य सरकार प्रभावित छात्रों के परिवारों के साथ खड़ी है।
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