पालकी समारोह में वारकरियों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं : उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दिए निर्देश
उपमुख्यमंत्री की उपस्थिति में पालकी समारोह की पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक संपन्न
पुणे, जून (जिमाका)
आषाढ़ी पालकी समारोह के दौरान पंढरपुर, पालकी मार्ग, पालकी तल आदि जगहों पर पर्याप्त पानी, बिजली, स्वास्थ्य और स्वच्छता सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए। यह निर्देश राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दिए। समारोह के लिए सरकार द्वारा आवश्यक निधि उपलब्ध कराई जाएगी, यह आश्वासन भी उन्होंने दिया।
विधानभवन पुणे में आयोजित श्री क्षेत्र देहु और श्री क्षेत्र आलंदी पालकी समारोह-2024 की पूर्व तैयारी समीक्षा बैठक में वे बोल रहे थे। बैठक में विधायक दिलीप मोहिते पाटिल, संजय जगताप, दत्तात्रय भरणे, समाधान आवताडे, बबनदादा शिंदे, संजय शिंदे, सुनील कांबले, विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, पुणे महानगरपालिका आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले, पीएमआरडीए आयुक्त राहुल महिवाल, पुणे व सोलापुर जिले के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर समिति के सह अध्यक्ष गहिनीनाथ महाराज औसेकर आदि उपस्थित थे।
श्री पवार ने कहा कि पालकी समारोह के लिए घूमते शौचालयों और टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए। शौचालय की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। जब तक पालकी समारोह के लिए आवश्यक कार्य के लिए राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी धनराशि प्राप्त नहीं हो जाती, तब तक इसे जिला योजना समिति के कोष से खर्च किया जाना चाहिए। इंद्रायणी नदी की सफाई का काम तुरंत किया जाना चाहिए। पालकी समारोह के बाद पंढरपुर शहर में साफ-सफाई के लिए आवश्यक योजना बनाई जानी चाहिए। सम्मानजनक पालकी के साथ अन्य पालकियों के लिए रात्रि के समय में विद्युत व्यवस्था की जाए। समारोह के प्रयोजन के लिए पालकी मार्ग से लगी भूमि के स्थायी कब्जे और पालकी समारोह को छोड़कर अन्य समय पर इसके उपयोग के संबंध में एक प्रस्ताव तैयार किया जाना चाहिए। ऐसे स्थानों पर अतिक्रमण न हो इसका ध्यान रखा जाए। पालकी मार्ग पर स्थाई सुविधा के संबंध में विभागीय आयुक्त के साथ बैठक आयोजित की जाएगी।
श्री पवार ने कहा कि पालकी समारोह के अधिकारियों के कार्यालय द्वारा दिए गए निर्देशों से अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए। पालकी समारोह सुसम्पन्न रूप से हो, इसलिए सरकार-प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग किया जायेगा। सरकार के सभी वर्ग सकारात्मक के साथ सफलतापूर्वक काम करें। दूसरे जिलों से आनेवाली पालकी यात्रा के लिए सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के संबंध में शासन स्तर से निर्देश दिए जाएंगे। वारी के दौरान कोई दुर्घटना होने पर सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। विभागीय आयुक्त श्री चंद्रकांत पुलकुंडवार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से की गई योजना की जानकारी दी। इस वर्ष घूमते शौचालयों और स्वच्छता के लिए जनशक्ति अधिक संख्या में रखा गया है। पालकी समारोह से पहले चल रहे सड़क कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग द्वारा आषाढ़ी वारी के लिए एक ऐप तथा प्रशासन द्वारा एक संपर्क पुस्तिका तैयार की जायेगी। स्वच्छ निर्मल वारी के लिए विशेष योजना बनाई जाएगी। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने सुरक्षा और यातायात नियोजन के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर जन प्रतिनिधियों ने पालकी समारोह के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री श्री पवार ने पालकी समारोह के दौरान शौचालय सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए तैयार किए गए ऐप का लोकार्पण किया।
जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे ने पुणे जिले में की गई प्रारंभिक तैयारियों की जानकारी दी। पालकी समारोह के लिए 3000 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। जेजुरी पालकी तल काम शुरू कर दिया गया है। श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी समारोह के लिए 1 हजार 800 शौचालय, श्री संत तुकाराम महाराज पालकी समारोह के लिए 1 हजार 200 और संत सोपान महाराज पालकी समारोह के लिए 250 शौचालय उपलब्ध कराए जाएंगे। आषाढ़ी वारी के लिए 200 पानी के टैंकरों की व्यवस्था की गई है और 45 स्थानों पर पानी भरने की सुविधा होगी। 112 चिकित्सा अधिकारी और 336 कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवा के लिए पालकी मार्ग पर नियुक्त किया गया है। 115 स्वास्थ्य दल, 57 घूमते मेडिकल दल और 179 एम्बूलेंस के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। 12 स्थानों पर हिरकणी कक्ष बनाए जाएंगे। खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा भोजन और पेय पदार्थ का निरीक्षण किया जाएगा। मोबाइल टावर की नेटवर्क फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाएगी। पालकी मार्ग पर सरकारी और निजी अस्पतालों में 10 फीसदी बेड आरक्षित रहेंगे। जिला परिषद, पुणे और पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका द्वारा आवश्यक योजना बनाई गई है।
अपर जिलाधिकारी जीवन गलांडे ने सातारा जिले की योजना की जानकारी दी। दत्त घाट का काम 30 जून तक पूरा हो जाएगा। पालकी तल व विश्राम स्थलों पर आवश्यक सुविधाएं एवं मरम्मत कार्य किये जा रहे हैं। लोनंद पालकी तल पर एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। इसमें 25 घूमते स्वास्थ्यदूत और 8 स्वास्थ्य टीमें रहेंगी। पालकी समारोह के लिए आवश्यक सुरक्षा, पेय जल व यातायात नियोजन के संबंध में व्यवस्था कर दी गई है। पालकी ठहरने के स्थान पर पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध करायी गयी है।
जिलाधिकारी कुमार आशिर्वाद ने सोलापुर जिले की योजना की जानकारी दी। सोलापुर जिले में की गई स्वास्थ्य सुविधा, नियुक्त किए गए स्वास्थ्यदूत, घटना प्रतिक्रिया प्रणाली, आपदा प्रबंधन व सहायता केंद्र के संबंध में योजना बनाई गई है। पिछले साल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार दर्शन बारी में हर वारकरियों को एक लीटर पानी की बोतल और नींबू पानी देने की योजना है। साथ ही पंढरपुर शहर व क्षेत्र में भी साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, वारकरियों को आवास सहित स्वच्छ वारी, निर्मल वारी की दृष्टि से सब योजना की गई है।
इस समय पालकी प्रमुख ने प्रशासन को निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री श्री पवार ने उस निर्देश के अनुरूप आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बैठक में श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज संस्थान समिति, श्री संत तुकाराम महाराज संस्थान, श्री संत सोपान महाराज पालकी समारोह, श्री संत नीलोबाराय संस्थान, श्री संत चांगावटेश्वर महाराज पालकी समारोह के पदाधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
Post Comment