विद्यार्थियों के सर्वांगीण गुणवत्तापूर्ण विकास के लिए महानगरपालिका विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियाँ क्रियान्वित : आयुक्त शेखर सिंह
10वीं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त मनपा स्कूलों के 23 विद्यार्थियों को 1-1 लाख रुपयों के चेक वितरित
पिंपरी, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
आज के बच्चे कल के देश का उज्ज्वल भविष्य हैं, विद्यार्थियों को आनेवाली विभिन्न कठिनाइयों व समस्याओं का आत्मविश्वास के साथ सामना करने हेतु विद्यार्थियों को केन्द्र मानकर उनके सर्वांगीण गुणवत्तापूर्ण विकास के लिए महानगरपालिका विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियाँ क्रियान्वित की जा रही हैं। इन गतिविधियों में प्राचार्य और शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है और वे इन गतिविधियों को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। आगामी शैक्षणिक वर्ष में सभी लोग उचित समन्वय से कार्य करें तो विद्यार्थियों की गुणवत्ता वृद्धि का ग्राफ और अधिक बढ़ेगा। यह विश्वास आयुक्त तथा प्रशासक शेखर सिंह ने व्यक्त किया।
पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के शिक्षा विभाग की ओर से महानगरपालिका के बाल विहार, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के सभी प्राचार्यों, शिक्षकों, साथ ही स्कूल प्रबंधन समिति के साथ एक संवाद सत्र चिंचवड के प्रा.रामकृष्ण मोरे सभागृह में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर उपस्थित प्राचार्यों और शिक्षकों के साथ संवाद करते समय आयुक्त तथा प्रशासक शेखर सिंह बोल रहे थे। यहां अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जांभले पाटिल, उपायुक्त संदीप खोत, सहायक आयुक्त विजयकुमार थोरात, प्रशासन अधिकारी संगिता बांगर, जनता संपर्क अधिकारी प्रफुल्ल पुराणिक, भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यू.सी.आय.) की मधु अहलूवालिया के साथ महानगर पालिका स्कूल के प्राचार्य, शिक्षक एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित थे।
विद्यार्थियों के सर्वांगीण गुणवत्ता विकास के लिए महानगर पालिका की ओर से हर वर्ष विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाती हैं। छात्रों की राय को ध्यान में रखते हुए छात्र-केंद्रित विद्यालयों के साथ-साथ छात्र नेतृत्व विकास के अवसर प्रदान करना आवश्यक है। इसके लिए चालू शैक्षणिक वर्ष में सभी स्कूलों में विद्यार्थी परिषद का चुनाव किया जाएगा। जुलाई 2024 से मास्टर ट्रेनर्स प्रभागवार क्लस्टर बैठकें आयोजित करेंगे।
साथ ही प्राचार्यों के लिए व्यावसायिक साथ ही व्यक्तिगत क्षमता बढ़ाने की दृष्टि से एक मंच बनाया जाएगा। छात्रों को स्कूल की सामग्री खरीदने के लिए नई तकनीक का उपयोग करके क्यूआर कोड प्रदान किया जाएगा और डीबीटी के माध्यम से स्कूल की की सामग्री खरीदने में किसी भी समस्या के समाधान के लिए शिक्षकों को एक हेल्पलाइन नंबर प्रदान किया जाएगा। हर क्षेत्र में काम करनेवाले लोगों को समय के साथ खुद में सुधार लाने की जरूरत है। शिक्षकों को भी अपनी कमियों को पहचानकर उन पर काम करने की जरूरत है।
महानगरपालिका के विद्यार्थियों के लिए कार्यान्वित की जानेवाली प्रत्येक गतिविधि की नींव शिक्षक ही है। इस बुनियाद को मजबूत करने के लिए विद्यालय प्रबंधन समिति, प्राचार्य एवं शिक्षकों के बीच समन्वय से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य में अवश्य सफलता मिलेगी। इस अवसर पर आयुक्त सिंह ने अपेक्षा भी व्यक्त की।
महानगरपालिका की ओर से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। पिछले शैक्षणिक वर्ष में पवित्र पोर्टल के माध्यम से 106 माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती की गई थी और अगले कुछ दिनों में 103 माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति पारिश्रमिक तत्व के आधार पर की जाएगी।
महानगरपालिका के 52 प्राथमिक विद्यालयों में प्रायोगिक तौर पर 26 कला शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है। इन शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला 13 जून से 14 जून तक होगी। साथ ही 32 प्राथमिक विद्यालयों में प्रायोगिक तौर पर 32 खेल शिक्षकों की नियुक्ति की गयी। इसके अलावा शिक्षकों और प्राचार्यों के गैर-शैक्षणिक प्रशासनिक कार्यभार को कम करने के लिए सभी प्राथमिक विद्यालयों में एक डेटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति की गई है। साथ ही छात्रों के भावनात्मक, मानसिक, सामाजिक और शैक्षिक विकास के लिए समर्थन और मार्गदर्शन करने हेतु 25 काउंसलर की नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गयी है। वर्ष के दौरान कौन-सी गतिविधियाँ की जा सकती हैं, यह स्पष्ट करने के लिए एक वार्षिक दिनदर्शिका तैयार की गई है।
विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने के लिए ‘स्कूल विदआउट स्कूल बैग (दप्तराविना शाळा) नामक अभिनव पहल क्रियान्वित की जा रही है। यह जानकारी संगीता बांगर ने दी।
सहायक आयुक्त विजयकुमार थोरात ने कहा कि कक्षा पहली से चौथी तक के प्रत्येक छात्र के लिए 3 हजार 700 रुपये और कक्षा 5 वीं से 10 वीं तक के प्रत्येक छात्र के लिए 3 हजार 900 रुपये की राशि निर्धारित की गई है। स्कूल और प्रशासन के बीच सुचारू समन्वय बनाए रखने के लिए इस वर्ष कुल 11 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है। साथ ही वर्तमान में वरिष्ठता के अनुसार 9 प्रभारी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों और प्रशासन के बीच सहज समन्वय बनाए रखने के लिए उप शिक्षा अधिकारी और 2 समन्वयक नियुक्त किए गए हैं। सभी महानगरपालिका स्कूलों में अत्याधुनिक थंब मशीनें लगाई जाएंगी और जुलाई महीने से सभी शिक्षकों और शिक्षक कर्मचारियों का वेतन बायोमेट्रिक उपस्थिति के अनुसार करने की योजना है।
स्कूल की जरूरतों के अनुसार शैक्षिक परियोजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए एक परियोजना सलाहकार समिति की स्थापना की प्रक्रिया चल रही है।
शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में चिकित्सा विभाग द्वारा 40 हजार विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण पूर्ण किया जा चुका है। इस वर्ष भी विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण जुलाई-अगस्त माह में किया जाएगा। इस वर्ष 68 प्राथमिक विद्यालयों में भौतिक सुविधाएं सृजित करने का कार्य किया गया है, जिसमें ग्रीन बोर्ड, पुरानी किताबों को निर्लेखित करना, बेंचों की संख्या बढ़ाना, कंप्यूटरों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ पुराने कंप्यूटरों की मरम्मत जैसी चीजें शामिल हैं। इसके अलावा स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक के एक भाग के रूप में पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका के तहत स्कूल सुरक्षा ऑडिट और बाल सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें कुल 115 स्कूलों ने स्कूल सुरक्षा ऑडिट सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
इस अवसर पर भारतीय गुणवत्ता परिषद की मधु अहलूवालिया ने भारतीय गुणवत्ता परिषद की ओर से स्कूलों और विद्यार्थियों की गुणवत्ता में सुधार के लिए महानगरपालिका स्कूलों में क्रियान्वित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी कंप्यूटर प्रस्तुति के माध्यम से दी।
इस दौरान आयुक्त शेखर सिंह ने इस शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में कक्षा 10 वीं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करनेवाले 23 विद्यार्थियों को एक-एक लाख रुपये के चेक वितरित किए, जिसमें रोशन मलेकर, अतुल राठोड, पवित्रा थोरवे, अंकित गिरी, शिवम सारगे, गणेश पांडे, रुपाली अहेरी, मुद्रिका सुतार, ऐश्वर्या बलदे, कोमल मौर्य, नेहा शिंदे, प्रतीक्षा कांबले, प्रगती कांबले, रुपाली शिंगे, श्रेया पवार, ऋतिका पाथरकर, विशाखा मोरे, सम्यक वाघमारे, प्रांजल पारवे, महेश ठोसर, सानिक चौधरी, अभिषेक साहू, शाहिस्ता सैयद नामक छात्र शामिल थे। साथ ही इस अवसर पर शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए बाल विहार, प्राथमिक शैक्षणिक की दिनदर्शिका अंग्रेजी अध्ययन पुस्तिका और ‘जल्लोष शिक्षणाचा गतिविधि पुस्तिका’ का भी विमोचन आयुक्त सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर आयुक्त शेखर सिंह ने उपस्थित शिक्षकों एवं प्राचार्यों से बातचीत कर उनके कार्य से संबंधित समस्याओं के बारे में जाना और उचित कार्रवाई की जाएगी, ऐसा कहा।
कार्यक्रम का प्रास्ताविक संगीता बांगर ने किया। सूत्र-संचालन गणेश लिंगडे और आभार प्रदर्शन चारुशिला फुगे ने किया।
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