महावितरण की ‘गो-ग्रीन’ योजना से 1.84 लाख ग्राहकों की 2.21 करोड़ की बचत : पुणे परिमंडल राज्य में अग्रणी
पुणे, मई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महावितरण की गो-ग्रीन योजना में भाग लेकर बिजली बिलों के लिए मुद्रित कागज का उपयोग पूरी तरह से बंद करके पश्चिमी महाराष्ट्र में अब तक 1 लाख 84 हजार 220 बिजली उपभोक्ताओं ने केवल ‘ई-मेल’ और ‘एसएमएस’ का विकल्प चुना है और वे लगभग 2 करोड़ 21 लाख रुपये की सालाना बचत कर रहे हैं। इस योजना में पुणे परिमंडल में 1 लाख 23 हजार बिजली उपभोक्ताओं ने गो-ग्रीन योजना में भाग लिया है, जो राज्य में सबसे बड़ी संख्या है।
महावितरण की ‘गो-ग्रीन’ योजना के अनुसार मुद्रित बिजली बिल कागज के बजाए केवल ‘ई-मेल’ और ‘एसएमएस’ का विकल्प चुनने पर प्रति बिल पर 10 रुपये की छूट दी जा रही है, इसलिए योजना में शामिल होनेवाले उपभोक्ताओं को बिजली बिल में प्रति वर्ष 120 रुपये की बचत हो रही है। बिजली बिल तैयार होने के बाद तुरंत ही कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से ‘गो-ग्रीन’ में उपभोक्ताओं को ई-मेल द्वारा भेजा जा रहा है। इसके साथ ही बिजली बिल की जानकारी ‘एसएमएस’ के जरिए भी दी जा रही है। इससे ग्राहकों के लिए शीघ्र भुगतान प्राप्त करना और भी अधिक संभव हो जाता है।
पर्यावरण में दिन-ब-दिन प्रतिकूल परिवर्तन हो रहे हैं, इसलिए पर्यावरण में योगदान देने के लिए ‘गो-ग्रीन’ योजना समय की मांग बन गई है। बिजली बिल की सॉफ्ट कॉपी को सुरक्षित रखकर आवश्यकता पड़ने पर बिजली बिल का पेपर प्रिंट लिया जा सकता है, इसलिए बिजली उपभोक्ताओं को कागजी मासिक बिल का उपयोग बंद कर देना चाहिए और गो-ग्रीन योजना में भाग लेना चाहिए। यह अपील पुणे क्षेत्रीय निदेशक श्री अंकुश नाले ने की है।
पुणे क्षेत्रीय विभाग के तहत पुणे परिमंडल ने राज्य में गो-ग्रीन योजना में सबसे अधिक बढ़त हासिल की है। पुणे परिमंडल ने 1 लाख 23 हजार 403 बिजली उपभोक्ताओं को इस योजना के माध्यम से सालाना 1 करोड़ 48 लाख 8 हजार 360 रुपये की बचत हो रही है। बारामती परिमंडल के अंतर्गत 33 हजार 738 बिजली उपभोक्ताओं को 40 लाख 48 हजार 560 रुपये की बचत हो रही है। इसमें सोलापुर जिले में 12 हजार 977, सातारा जिले में 12 हजार 190 और बारामती मंडल में 8 हजार 571 उपभोक्ता शामिल हैं। कोल्हापुर परिमंडल के 27 हजार 79 ग्राहकों को इस योजना से 32 लाख 49 हजार 480 रुपये की बचत हो रही है। इसमें कोल्हापुर-16 हजार 615 और सांगली जिले में 10 हजार 464 उपभोक्ता शामिल हैं।
बिजली उपभोक्ता ‘गो-ग्रीन’ योजना का विकल्प चुनने के लिए महावितरण के मोबाइल ऐप या www.mahadiscom.in इस वेबसाइट पर अधिक जानकारी उपलब्ध है। ‘गो-ग्रीन’ योजना में भाग लेनेवाले बिजली उपभोक्ताओं को मुद्रित बिजली बिल की आवश्यकता होने पर ई-मेल के माध्यम से प्राप्त मासिक बिजली बिल को सॉफ्ट कॉपी में अपने कंप्यूटर पर सुरक्षित रख सकते हैं। साथ ही वेबसाइट पर वर्तमान बिजली बिल के साथ-साथ पिछले 11 माह के बिजली बिल भी मूल रूप में उपलब्ध हैं। आवश्यकता के अनुसार बिजली उपभोक्ताओं को इसे कभी भी डाउनलोड करने की या अपनी मूल रूप में रंगीन प्रिंट करने की सुविधा हैं।
यह जानकारी पुणे महावितरण कंपनी के उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री निशिकांत राऊत द्वारा दी गई है।
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