पुणे, अप्रैल (जिमाका)
भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में सामाजिक न्याय व विशेष सहायता विभाग के अंतर्गत राज्य में आयोजित ‘समता पखवाड़ा’ के अवसर पर वर्ष 2023-24 12वीं विज्ञान और डिग्री पाठ्यक्रम में प्रवेशित सभी पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए जाति वैधता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए विशेष अभियान का आयोजन किया गया है।

हाल ही में 12वीं की परीक्षाएं हुई हैं, एमएचटीसीईटी, एनईईटी, जेईई, एमबीए, पीएचडी, बी.एससी एग्री, बी-फार्म, बीएससी. नर्सिंग और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के साथ-साथ इंजीनियरिंग में सीधे दूसरे वर्ष में प्रवेश के इच्छुक छात्रों को जाति प्रमाणपत्र सत्यापन आवश्यक है। पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को संवैधानिक आरक्षण से लाभ मिलता है, इसलिए छात्रों को बार्टी की https://bartievalidity.maharashtra.gov.in वेबसाइट पर तुरंत ऑनलाइन आवेदन भरकर इसकी प्रति जिला जाति सत्यापन समिति, विश्रांतवाड़ी, येरवडा, पुणे के कार्यालय में प्रत्यक्ष जमा करनी चाहिए।

आवेदन के साथ आवेदक का जाति प्रमाणपत्र, स्कूल छोड़ने का प्रमाणपत्र, पिता का स्कूल छोड़ने का प्रमाणपत्र, महाविद्यालय का अनुशंसा पत्र, शपथ पत्र, बोनाफाइड सर्टीफिकेट आदि नियमानुसार लगनेवाले प्रमाणों की सत्यापित प्रतियों को जोड़कर अपने जाति सत्यापन हेतु पूर्ण आवेदन शीघ्र समय में प्रस्तुत किया जाए। आवेदन समय पर जमा न करने पर छात्रों को शैक्षणिक प्रवेश से वंचित रहने की संभावना है।

जाति वैधता प्रमाणपत्र के लिए पहले आवेदन जमा कर दिया है और त्रुटियों के कारण आवेदन लंबित रहनेवालों को समिति ने मोबाइल/ई-मेल के माध्यम से संदेश भेजा है। ऐसे आवेदकों को दिए गए निर्देशानुसार आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपनी त्रुटि की पूर्तता कराने के लिए प्रत्यक्ष जिला जाति सत्यापन कार्यालय में उपस्थित रहें।

महाविद्यालय, विद्यार्थी व अभिभावक जाति सत्यापन प्रस्ताव कार्यालय में जमा करायें। यह अपील अपर आयुक्त तथा अध्यक्ष जिला जाति सत्यापन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश डोके, उपायुक्त तथा सदस्य डॉ.दीपक खरात व अनुसंधान अधिकारी तथा सदस्य सचिव संतोष जाधव ने की है।

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