भारतीय सेना ने आर्मी स्पोर्ट्स गर्ल्स कंपनी (एएसजीसी) का शुभारंभ किया

भारतीय सेना ने आर्मी स्पोर्ट्स गर्ल्स कंपनी (एएसजीसी) का शुभारंभ किया

आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट, पुणे युवा महिला एथलीटों को सशक्त बनाएगा

पुणे, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
भारतीय सेना ने आर्मी स्पोर्ट्स गर्ल्स कंपनी की शुरुआत करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसका उद्देश्य चार खेल विषयों : तीरंदाजी, एथलेटिक्स, मुक्केबाजी और भारोत्तोलन में लड़कियों की प्रतिभा को निखारना है।

PHOTO-2024-03-20-16-44-34-1-300x200 भारतीय सेना ने आर्मी स्पोर्ट्स गर्ल्स कंपनी (एएसजीसी) का शुभारंभ किया
सेना ने इन कंपनियों के संचालन के लिए अपने दो उत्कृष्टता केंद्रों की पहचान की है। ये महू में आर्मी मार्क्समैनशिप यूनिट और पुणे में आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट हैं।
आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट, पुणे में पहली इंडक्शन रैली के उद्घाटन दिवस पर, देश भर से उल्लेखनीय 980 लड़कियों ने अपने दृढ़ संकल्प और कौशल का प्रदर्शन करते हुए चयन परीक्षणों में सक्रिय रूप से भाग लिया। 12 से 16 वर्ष की आयु की लड़कियों के लिए यह पहल, खेलों को बढ़ावा देने और उन्हें अपने चुने हुए क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए एक मंच प्रदान करने का प्रयास करती है।

PHOTO-2024-03-20-16-44-34-300x200 भारतीय सेना ने आर्मी स्पोर्ट्स गर्ल्स कंपनी (एएसजीसी) का शुभारंभ किया
चयनित लड़कियों को कठोर प्रशिक्षण से गुजरना होगा और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर प्रतिस्पर्धा करनी होगी, जिससे उन्हें अपने कौशल का प्रदर्शन करने और अपने पदक विजेता प्रदर्शन के माध्यम से देश और भारतीय सेना को सम्मान दिलाने का अवसर मिलेगा।
अपने पदक-विजेता प्रयासों के माध्यम से ख्याति अर्जित करने के अलावा, चयनित लड़कियां अग्निवीरों के रूप में नामांकन के अलावा, सीधे प्रवेश वाले गैर-कमीशन अधिकारियों और जूनियर कमीशन अधिकारियों के रूप में भर्ती के लिए भी पात्र होंगी।

यह सराहनीय पहल न केवल युवा महिला एथलीटों को सशक्त बनाती है बल्कि खेलों में लैंगिक समानता और समावेशिता के महत्व को भी रेखांकित करती है। आर्मी स्पोर्ट्स गर्ल्स कंपनी बाधाओं को तोड़ने और प्रतिभा का पोषण करने के लिए एक प्रकाशस्तंभ के रूप में कार्य करती है, जिससे भारत में खेल परिदृश्य के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलता है।
यह जानकारी पुणे रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी श्री महेश अय्यंगार द्वारा दी गई है।

Spread the love

Post Comment