भाषा महोत्सव के अंतर्गत विद्यार्थियों को भारतीय भाषाओं से कराया गया परिचित : मुख्याध्यापिका रेशमा शेख
शिरूर, दिसंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
जिला परिषद स्कूल लांडेवस्ती, ता.शिरूर जिला-पुणे में भारतीय भाषा महोत्सव 2023-24 बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। 28 सितंबर से 11 दिसंबर 2023 अवधि के दौरान 11 सप्ताह के भारतीय भाषा महोत्सव के अंतर्गत सभी विद्यार्थियों को भारतीय भाषाओं से परिचित कराया गया। यह जानकारी स्कूल की मुख्याध्यापिका रेशमा महंमदरफिक शेख ने दी।
इस उत्सव के लिए डॉ. कमलादेवी आवटे (निदेशक एससीईआरटी महाराष्ट्र पुणे), डॉ. शोभा खंडारे (प्राचार्या, डीआईईटी पुणे), संध्या गायकवाड (जिला परिषद शिक्षा अधिकारी पुणे), श्री अनिल बाबर (गुट शिक्षा अधिकारी शिरूर), वंदना शिंदे (विस्तार अधिकारी शिरूर), श्री नथू ढेरे (केंद्र प्रमुख तलेगांव ढमढेरे ), स्वाती लांडे (ग्रामपंचायत सदस्या) और दशरथ आढाव (विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष) ने अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों एवं ग्रामीणों के लिए लोक नृत्य प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। विद्यार्थियों ने देश किस प्रकार रंग-बिरंगा है, यह भारत की लोकनृत्य कला के माध्यम से प्रस्तुत किया। उपस्थित अतिथिगणों ने स्कूल में जारी किए जानेवाले नवाचारों की सराहना की।
मुख्याध्यापिका रेशमा महंमदरफिक शेख ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए आगे कहा कि कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान जन गन मन के गायन से हुई। भारतीय भाषा महोत्सव में हमारे देश की संरचना, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नाम कक्षा 1 से 4 तक के विद्यार्थियों को मानचित्र में दिखाए गए। सभी राज्यों की जो भाषा है, उसी भाषा में बच्चों ने अभिवादन करना सीखा। यद्यपि भाषाएँ अनेक हैं, परन्तु अर्थ एक ही है। प्रत्येक राज्य के लिए एक पोशाक प्रतियोगिता आयोजित की गई। माता-पिता के लिए पाक कला प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
गांव के सभी अभिभावकों-ग्रामीणों के लिए ‘मेरी मातृभाषा में मेरे हस्ताक्षर’ की पहल की गई। उद्घाटन समारोह में गणमान्य लोग उपस्थित थे। सुब्रमण्यम भारती की जयंती के अवसर पर 11 दिसंबर को भारतीय भाषा महोत्सव मनाया जाता है। ग्राम विद्यालय प्रबंधन समिति के सहयोग से कैनवास उपलब्ध कराया गया।
भारतीय भाषा महोत्सव में विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष दशरथ आढाव, स्वाती बालासाहेब लांडे, सचिन लांडे, निलेश धायरकर, सुनिल भुजबल, विलास घोलप, प्रमोद डाखोरे, रेणुका धायरकर, सुषमा धायरकर, रूक्मिणी भुजबल, सुमन धायरकर, मीना भुजबल, राजश्री पिसे, दैवशाला मासाल, संतोष खरात, सचिन गायकवाड, सुभाष लांडे, भरत आढाव आदि नेे स्वतःस्फूर्त ढंग से भाग लिया।
मुख्याध्यापिका रेशमा महंमदरफिक शेख (राज्य आदर्श शिक्षक पुरस्कार प्राप्तकर्ता) ने उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और कार्यक्रम का परिचय दिया।
छात्रों के लिए वक्तृत्व, नृत्य, पोशाक, समूह गायन जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। प्रतियोगिताओं के सभी सफल छात्रों को पुरस्कार वितरित किए गए। स्कूल के प्रांगण में ऐसा लग रहा था कि जैसे पूरा भारत भाग ले रहा हो, ऐसी तस्वीर चमचमाती थी। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम् गीत के गायन के साथ हुआ। उपस्थितों का आभार विजया लोंढे ने माना।
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