कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा ‘आमची मुलगी’ वेबसाइट शुरू
मुंबई, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
लिंग निदान, लिंगानुपात बढ़ाने और कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए राज्य में शिकायतें दर्ज करने के लिए ‘आमची मुलगी’ वेबसाइट शुरू की जा रही है। यह वेबसाइट राज्य में गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन निवारण) अधिनियम 1994 यथा संशोधित अधिनियम 2003 (पीसीपीएनडीटी और एमटीपी) के प्रभावी कार्यान्वयन में मदद करेगी।
यह वेबसाइट मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री प्रा. डॉ. तानाजी सावंत की पहल पर शुरू किया जा रहा है।
पीसीपीएनडीटी और एमटीपी को अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभिन्न पहलों और उपायों को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित करने का आदेश दिया गया है। तदनुसार पूर्व-गर्भाधान और प्रसवपूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन की रोकथाम) अधिनियम 1994 संशोधित अधिनियम 2003 को प्रभावी ढंग से लागू करना और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए राज्य में शिकायत दर्ज करने के लिए या इसके बारे में किसी भी संदेह को दूर करने के लिए http://amchimulgimaha.in/ यह नई वेबसाइट शुरू की जा रही है।
इस वेबसाइट पर दर्ज की गई कोई भी शिकायत गोपनीय रहेगी और शिकायतकर्ता चाहे तो अपना नाम भी दर्ज करा सकता है। पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत शिकायत का निपटारा होने के बाद लिंग का निदान करनेवाले व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। यदि शिकायत पर अमल होता है और कन्या भ्रूण हत्या रोकने में सफलता मिलती है तो शिकायतकर्ता को सरकार के माध्यम से खबरी बख्शीस योजना के तहत 1 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू की गई वेबसाइट का लाभ उठाकर समाज में जन्म लिंग अनुपात को बढ़ाने में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। यह अपील जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई है।
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