यह हमारा विकास नहीं बल्कि विनाश है! केशवनगर निवासियों का नई विकास योजना के खिलाफ एल्गार
केशवनगर के नागरिकों की माँगें सरकार ने सुननी चाहिए अन्यथा किया जाएगा जन आंदोलन : अमोल नाना तुपे
मुंढवा, नवंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
केशवनगर परिसर में नगर नियोजन विभाग द्वारा जारी नई विकास योजना के खिलाफ ग्रामीणों ने कड़ा रोष व्यक्त किया है। इस नई विकास योजना से सैकड़ों घर और भूखंड प्रभावित होंगे। इसके खिलाफ नागरिकों, किसानों व संपत्ति मालिकों ने एक बैठक में एकजुट होकर विरोध दर्ज कराया गया है।
केशवनगर परिसर में बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए थे। परिसर में इस बात को लेकर गहरा असंतोष है कि नई विकास योजना (डीपी) उनके घरों और ज़मीनों को प्रभावित करेगी। ग्रामीणों के अनुसार सरकार द्वारा बनाई गई यह विकास योजना पूरी तरह से अन्यायपूर्ण और वास्तविक स्थिति से कोसों दूर है।
हमारे घर, हमारे खेत, हमारे व्यवसाय- इस डीपी की वजह से सब कुछ खतरे में है। सरकार ने हमारी परवाह किए बिना यह योजना बनाई, हम यह स्वीकार नहीं करते हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज चौक से रेणुका माता मंदिर और छत्रपति शिवाजी महाराज से ज़ेड कॉर्नर तक दोनों सड़कों की चौड़ाई 18 मीटर रखी जाए। नदी के किनारे से गुजरनेवाली नई सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जाए ताकि घरों को नुकसान न पहुंचे। इसके अलावा हड़पसर रेलवे लाइन के किनारेवाली सड़क को चौड़ा करके खाली जगह से निकाला जाए ताकि नागरिकों को परेशानी न हो और यातायात सुचारू रहे। यह ग्रामीणों का आग्रह उन्होंने आयोजित बैठक सभा में व्यक्त किया है।
उक्त बैठक में निशिकांत अहिरे, ऋषिकेश गायकवाड, विक्रम लोणकर, राम खोमणे, प्रवीण लोणकर, साहेबराव लोणकर, कैलास इंगले, संदीप गायकवाड, धाडसी बंधू जयेश गायकवाड, सचिन वीर, आबा वाडेकर, मनु भाऊ लोणकर, विजय दरेकर, अनिल लोणकर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
बैठक में सभी नागरिकों, किसानों और संपत्ति मालिकों ने सर्वसम्मति से संकल्प लिया कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया तो बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने आगामी चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की भी चेतावनी दी है। क्रांति शेतकारी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष अमोल नाना तुपे जो शुरू से ही इस संबंध में आवाज उठाते रहे हैं वो अब आक्रामक हो गए हैं।
प्रशासन को ग्रामीणों की माँगें सुनकर उस पर अमल भी किया जाना चाहिए। अगर केशवनगर निवासियों की बात अनसुनी की गई, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और सरकार के खिलाफ ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह स़िर्फ विकास का नहीं, बल्कि अस्तित्व का सवाल है। केशवनगर के नागरिकों ने आज इस बैठक में जो आगाज किया है और प्रशासन तक अपनी मांग पहुंचाई है उस पर आवश्यक ठोस कदम उठाकर इस विकास योजना पर पुनर्विचार किया जाए। सरकार ने गंभीरता से इस पर ध्यान देना चाहिए अन्यथा सरकार के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। यह चेतावनी क्रांति शेतकारी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष अमोल नाना तुपे ने दी है।
