दूरसंचार क्षेत्र में पारदर्शिता, सुरक्षा और जनसहभागिता की दिशा में ‘संचार साथी’ पोर्टल और ऐप
मुंबई, नवंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
देश के 120 करोड़ से अधिक दूरसंचार उपभोक्ताओं, विशेष रूप से मोबाइल उपयोगकर्ताओं की डिजिटल सुरक्षा को सशक्त बनाने के लिए दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications – DoT) ने एक नागरिक-केंद्रित पहल – ‘संचार साथी’ – शुरू की है। मई 2023 में प्रारंभ किए गए इस डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से मोबाइल उपयोगकर्ताओं को अब अपने कनेक्शन पर नियंत्रण रखने, धोखाधड़ी से सुरक्षा प्राप्त करने, और सुरक्षा संबंधी खतरों की रिपोर्ट दर्ज करने की सरल और प्रभावी सुविधा उपलब्ध हो गई है।
मुंबई एलएसए दूरसंचार विभाग के निदेशक विनय जांभळी और उपमहानिदेशक (डीडीजी) सुमनेश जोशी ने महाराष्ट्र के नागरिकों से साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की अपील की है।
नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे अपने मोबाइल उपकरणों से अनावश्यक ऐप्स तुरंत हटाएं, फोन को हमेशा नवीनतम सुरक्षा ऐप्स के साथ अपडेट रखें, और दूरसंचार विभाग का नागरिक-केंद्रित ‘संचार साथी’ ऐप डाउनलोड कर उसकी उपयोगी विशेषताओं का लाभ उठाएं।
पोर्टल और ऐप की प्रमुख सुविधाएं
‘संचार साथी’ पोर्टल पर तीन प्रमुख सेवाएं उपलब्ध हैं —
- Know Your Mobile Connections (अपने मोबाइल कनेक्शन जानें)
- Block Your Lost/Stolen Mobile (गुम या चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक करें)
- Verify IMEI (आईएमईआई की जांच करें)
इन सेवाओं के माध्यम से नागरिक अपने नाम से जारी मोबाइल कनेक्शनों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, गुम या चोरी हुए उपकरण का IMEI ब्लॉक कर सकते हैं, और उपकरण की प्रामाणिकता की जांच कर सकते हैं। इन सुविधाओं से मोबाइल पहचान प्रबंधन और सुरक्षा को मजबूती मिली है।
इसके अतिरिक्त, “चक्षु” नामक एक विशेष सेवा के माध्यम से नागरिक संदिग्ध कॉल, एसएमएस या व्हाट्सएप संदेशों की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इससे धोखाधड़ी, साइबर अपराध, फर्जी पहचान निर्माण और अनचाहे व्यावसायिक संदेशों पर रोक लगाने में सहायता मिलती है।
मोबाइल का IMEI नंबर सुरक्षित रखें
नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने मोबाइल उपकरण की मूल खरीद रसीद (Invoice) सुरक्षित रखें, क्योंकि उस पर संबंधित उपकरण का IMEI नंबर अंकित होता है।
यदि मोबाइल उपकरण में दो सिम स्लॉट हैं, तो उसमें दो अलग-अलग IMEI नंबर होते हैं।
उपयोगकर्ता *#06# डायल करके अपने IMEI नंबर देख सकते हैं और उसका स्क्रीनशॉट ईमेल या किसी सुरक्षित स्थान पर संरक्षित रख सकते हैं।
ऐसा करने से, उपकरण के खो जाने या चोरी होने पर आवश्यक जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी और तत्काल कार्रवाई संभव होगी।
‘संचार साथी’ के माध्यम से नागरिक अपने गुम मोबाइल का दुरुपयोग रोक सकते हैं, और धोखाधड़ी या संदिग्ध कॉल की रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सुरक्षा की श्रृंखला में सक्रिय योगदान दे सकते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती
‘संचार साथी’ पोर्टल के माध्यम से विदेशी नंबरों को भारतीय (+91) नंबर के रूप में दिखाकर की जाने वाली धोखाधड़ी की घटनाओं पर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।
ऐसी शिकायतों पर दूरसंचार विभाग और पुलिस विभाग के समन्वय से तुरंत जांच और कार्रवाई की जाती है तथा संबंधित धोखाधड़ी नेटवर्क को निष्क्रिय किया जाता है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलती है।
नागरिकों से अपील है कि यदि उन्हें किसी अंतरराष्ट्रीय कॉल भारतीय नंबर (+91) से आती हुई दिखाई दे, तो वे तुरंत टोल-फ्री नंबर 1963 पर इसकी सूचना दें।
अन्य उपयोगी सेवाएं
“Find Wire line Internet Service Providers (ISPs)” सेवा के माध्यम से नागरिक अपने क्षेत्र के लाइसेंस प्राप्त इंटरनेट सेवा प्रदाताओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
साथ ही “Trusted Contact Details” सुविधा का उपयोग करके नागरिक किसी वेबसाइट, ईमेल या संपर्क नंबर की प्रामाणिकता की जांच कर सकते हैं, जिससे ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव संभव होता है।
इस पहल के अंतर्गत अब तक 2.35 करोड़ सिम-संबंधित मामलों का सफल समाधान किया गया है, 40 लाख मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक, जिनमें से 25 लाख ट्रेस किए गए हैं, तथा 39 लाख से अधिक संदिग्ध दूरसंचार संसाधनों पर कार्रवाई की गई है।
‘संचार साथी’ के उपयोग को बढ़ाने के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा व्यापक जनजागरूकता और प्रचार अभियान चलाए जा रहे हैं। अब यह सेवा मोबाइल ऐप के रूप में भी उपलब्ध है, जिससे यह अधिक सरल और आम जनता के लिए उपयोगी बन गई है।
डिजिटल युग में नागरिकों का सच्चा साथी
सरकार की इस पहल से देश के नागरिक डिजिटल युग में अधिक सुरक्षित, जागरूक और सशक्त बन रहे हैं।‘संचार साथी’ वास्तव में नागरिकों के हित का सच्चा साथी बनकर उभर रहा है, जो पारदर्शिता, सुरक्षा और जनसहभागिता को सुदृढ़ कर रहा है।
अधिक जानकारी के लिए विज़िट करें: www.sancharsaathi.gov.in
