गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा की रक्षा के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुंबई, अक्टूबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)

सिख पंथ के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान केवल सिख समुदाय के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा की रक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, उक्त उद्गार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त किए। उन्होंने यह भी कहा कि गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान का इतिहास जन-जन तक पहुँचाने के लिए सरकार हर संभव सहयोग करेगी।

हिंद-दी-चादर-1-300x200 गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा की रक्षा के लिए :  मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

‘हिंद दी चादर श्री गुरु तेग बहादुर’ जी की 350वीं शहीदी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दादर स्थित योगी सभागृह में राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था, इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बोल रहे थे।

इस कार्यक्रम में आपत्ती प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन, विधायक बाबू सिंह महाराज, अल्पसंख्यक विभाग के सचिव रूचेश जयवंशी, संत ज्ञानी हरनाम सिंघजी (खालसा भिंदरनवाले, मुखी दमदमी टकसाल, प्रधान सत समाज), राज्यस्तरीय समिति के रामेश्वर नाईक, सरताज सतींदर, महंत सुनील महाराज, स्वामी हिरानंद, प्रसिद्ध गायक सतेंदर सरताज आदि सहित विभिन्न छह समुदायों के संत, गुरु और समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।

हिंद-दी-चादर-3-300x200 गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा की रक्षा के लिए :  मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने भारत के सभी धर्मों की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। इसलिए उन्हें ‘खालसा दी चादर’ नहीं, बल्कि ‘हिंद दी चादर’ कहा गया। उन्होंने जबरन धर्मांतरण का विरोध कर भारत की संस्कृति और श्रद्धा (आस्था) की रक्षा की। उनके बलिदान का इतिहास राज्य के हर घर तक पहुँचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। नांदेड़, नागपुर और मुंबई सहित पूरे राज्य में शहीदी वर्षगांठ के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इसी तरह से तहसील, शहर, जिला और क्षेत्रीय समितियों के माध्यम से हर गाँव और हर घर तक गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान का इतिहास पहुँचाया जाएगा।

हिंद-दी-चादर-4-300x200 गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा की रक्षा के लिए :  मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुबाणी दुनिया की एक अनोखी रचना है, जिसमें केवल सिख गुरुओं के ही नहीं, बल्कि संत नामदेव और विभिन्न पंथों के अच्छे विचार शामिल हैं। सभी अच्छे विचारों को साथ लेकर जीवन का मार्ग दिखाने वाली यह गुरुबाणी हमें जोड़ने का कार्य करती है। इस कार्यक्रम के अवसर  पर सिख, सिकलिगर, बंजारा, लबाना, मोहियाल और सिंधी ये छह समाज एक साथ आए हैं। इस कार्यक्रम को जनमानस तक पहुँचाने के लिए समिति और सरकार मिलकर कार्य करेगी।

इस अवसर पर ‘हिंद दी चादर श्री गुरु तेग बहादुर साहेब’ जी की 350वीं शहीदी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में वेबसाइट और गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान का इतिहास बताने वाले गीत का लोकार्पण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करकमलों द्वारा किया गया।

 

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