मुस्कुराहट : सुखी जीवन का मंत्र
स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए जितना ज़रूरी व्यायाम है, उतना ही ज़रूरी है मन की शांति, खानपान एवं अनुशासित जीवनशैली। स्वास्थ्य के लिए खानपान और व्यायाम दोनों ही बेहद ज़रूरी हैं। हँसी व्यायाम का सबसे खूबसूरत रूप है और ज़ोर-ज़ोर से हँसना बेहद ज़रूरी है। योग, व्यायाम करना, टहलना, दौड़ना के साथ-साथ ज़ोर-ज़ोर से हँसना भी बहुत लाभदायक साबित हो रहा है।
हँसी मानव शरीर को भरपूर ऑक्सीजन देती है, मन और शरीर को हल्का करती है, और गालों और जबड़े की मांसपेशियों को मज़बूत बनाती है। इसलिए मैं कहना चाहूँगा, अपनी मुस्कान मत खोइए। एक खुश एवं मुस्कुराता हुआ चेहरा हमेशा अच्छी सेहत बनाए रखने में मददगार होता है। मन जितना खुश होगा, स्वास्थ्य उतना ही बेहतर होगा। यानी मन की सेहत बनाए रखने के लिए सचेत होकर सोचना चाहिए। इसके लिए योग (ध्यान) करना बहुत ज़रूरी है। यह हमारे मन की एकाग्रता बढ़ाता है, धैर्य और सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करता है।
दुनिया में सबसे खुश इंसान कौन है?
बेशक, यह कहना मुश्किल है, लेकिन मैं यही कहूँगा कि सबसे खुश इंसान वो है जो अपनी सेहत का ध्यान रखता है। जब भी समय मिले व्यायाम करें, शाकाहारी भोजन करें, शांत बैठें और समय-समय पर खूब पानी पिएँ, सादा जीवनशैली अपनाएँ, रात में जागने से बचें और सबसे ज़रूरी बात, जब भी समय मिले टहलें। प्रकृति का आनंद लें, शाम को हल्का भोजन करें, ऐसा संगीत सुनें जो आपको खुश करे, और सबसे ज़रूरी बात, संगीत के साथ-साथ अच्छी संगति भी चुनें।
इस सहज व सरल जीवन-पद्धति को अपनाकर, सांसारिक और सांस्कृतिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए, ईश्वर द्वारा हमें निःशुल्क दिए गए इस सुंदर शरीर का ध्यान रखें यानी अपनेआप ही हमारा शेष जीवन जीना अधिक सरल एवं सुखमय हो जाएगा। यह सचमुच खुशहाल जीवन का मंत्र हो सकता है।
– डॉ अनिल पाटिल
वरिष्ठ बालरोग विशेषज्ञ एवं फैमिली फिजिशियन
