यवतमाल में 335 करोड़ रु. के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन
यवतमाल, सितंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
आदिवासी समाज को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण योजनाएँ शुरू की हैं और इसके लिए देश में 1 लाख करोड़ रुपये का निधि उपलब्ध कराया गया है। महाराष्ट्र में भी आदिवासी समाज के लिए घर, सड़क, बिजली, पानी, छात्रावास और रोजगार जैसी सुविधाओं हेतु योजनाएँ लागू की जा रही हैं। अगले 3 वर्षों में आदिवासियों के जीवन में आमूल परिवर्तन होगा, ऐसा विश्वास मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यहाँ व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों यवतमाल में कुल 335 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन तथा अनेक उपक्रमों का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मृदा एवं जलसंवर्धन मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री संजय राठौड़, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, आदिवासी विकास मंत्री अशोक उईके, सांसद संजय देशमुख, विधायक राजू टोडसाम, विधायक किसानराव वानखेडे, सईताई डहाके, संजय डेरकर, श्याम कोडे, आदिवासी विकास विभाग के सचिव विजय वाघमारे, संभागीय आयुक्त श्वेता सिंघल, जिलाधिकारी विकास मीना आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए 54 हजार परिवारों को घर, नल द्वारा पानी, उपचार के लिए अस्पताल, छात्रावास जैसी अनेक सुविधाएँ तेजी से पूरी करने का नियोजन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी विकास के लिए जो योजनाएँ व उपक्रम शुरू किए हैं, वैसी भरी-पूरी कामगिरी पहले कभी नहीं हुई। आदि कर्मयोगी योजना के अंतर्गत जिले के 366 गाँवों का चयन हुआ है। योजना से राज्य के 30 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे स्थानीय नेतृत्व का विकास होगा।
शासन ने अनुकंपा तत्व पर सेवाप्रवेश के लंबित आवेदन निपटाने के लिए समयबद्ध कार्यक्रम लिया है। इसके अंतर्गत 15 हजार युवाओं को अनुकंपा से नियुक्ति दी जाएगी। लगभग 35 मेगावॉट सौर ऊर्जा प्रकल्प कार्यान्वित होने से खेती को दिन में 12 घंटे बिजली मिल रही है। किसानों को दिन में 10 घंटे मुफ्त बिजली देने का भी नियोजन है। यवतमाल जिले के नागरिकों के लिए आवश्यक सुविधाओं हेतु धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। वर्षा से हुई खेती, घर व पशुधन की हानि की भरपाई भी शीघ्र दी जाएगी, ऐसा आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया।
विभिन्न विकास कार्यों का शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस के हाथों आज यवतमाल में कुल 335 करोड़ रु. के विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन व उपक्रमों का शुभारंभ हुआ। इसमें आदिवासी विकास विभाग की पाँच छात्रावास और अन्य कार्यों सहित 51 करोड़ रु. के काम, निर्माण विभाग की 67 करोड़ रु. की परियोजनाएँ, मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा वाहिनी योजना अंतर्गत 11 सौर ऊर्जा प्रकल्प और अन्य कार्यों हेतु 158 करोड़ रु., तथा अन्य विभागों के 59 करोड़ रु. के कार्य शामिल हैं।
जिला प्रशासन की ओर से मिशन कॉम्पिटिटिव एक्सीलेंस, रोड मेंटेनेंस डिजिटल प्लेटफॉर्म, ई-मित्र चैटबॉट, मिशन उभारी, समग्र डैशबोर्ड, प्रोजेक्ट सैंड मैप, शासन अपने मोबाइल पर, सीआरएफ एवं वार रूप डैशबोर्ड जैसे अनेक नवोन्मेषी उपक्रमों का शुभारंभ भी मुख्यमंत्री के हाथों हुआ। इनमें ई-मित्र चैटबॉट द्वारा 34 योजनाओं की जानकारी केवल 2 क्लिक पर नागरिकों को उपलब्ध होगी। उभारी ऐप द्वारा पिछले पाँच वर्षों में 770 आत्महत्याग्रस्त परिवारों का ऑनलाइन सर्वे किया गया है। इन परिवारों को विभिन्न योजनाओं का लाभ देने में यह ऐप सहायक सिद्ध होगा। जिला डैशबोर्ड के माध्यम से विभिन्न शासकीय योजनाओं की रियल टाइम समीक्षा व मॉनिटरिंग संभव होगी और योजनाएँ कम समय में नागरिकों तक पहुँच सकेंगी।
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति के सर्वांगीण विकास हेतु 17 विभागों की 25 योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके साथ आदि कर्मयोगी अभियान विकेंद्रित आदिवासी नेतृत्व और आदर्श प्रशासन निर्माण के लिए चलाई जा रही पहल है। जिले के 366 गाँवों को इसमें शामिल किया गया है, जिससे आदिवासी समाज को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान और नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना जिले में प्रभावी रूप से लागू है और 2 लाख 94 हजार किसानों को इसका लाभ दिया जा रहा है।
जिले में अनुकंपा तत्व पर 27 उम्मीदवारों को सेवा में लिया गया। इनमें से 4 उम्मीदवारों को मुख्यमंत्री के हाथों प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति प्रमाणपत्र वितरित किए गए।
विभिन्न विभागों की ओर से योजनाओं की जानकारी देने वाले कक्ष भी स्थापित किए गए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।