मुंबई, अगस्त (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
राज्य सरकार अपने विभिन्न विभागों के माध्यम से नागरिकों को अनेक सेवाएं उपलब्ध करती है। इन सेवाओं के लिए आपले सरकार पोर्टल है और अब इस पोर्टल की सभी सेवाएं व्हॉट्सऐप के माध्यम से भी मुहैया कराई जाए। इसके साथ ही सभी सेवाएं उचित रूप से और आवश्यकता के अनुसार उपलब्ध कराने की दृष्टि से प्रत्येक तहसील (तालुका) में एक “रिंग” बनाई जाए, उक्त निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए हैं।
“वर्षा” निवास स्थान पर सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने आज राज्य में नागरिक सेवाओं की समीक्षा बैठक बुलाई थी।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (मनपा) की एक ही तरह की 9 सेवाओं को एकीकृत करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि सेवा वितरण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए किसी स्वतंत्र संस्था द्वारा नियमित रूप से सत्यापन किया जाए और उसी तरह से आवेदन प्रक्रिया में आवश्यक दस्तावेजों की संख्या को उल्लेखनीय रूप से कम करने की योजना बनाई जाए। सभी जिला परिषदों, महानगर पालिकाओं और विश्वविद्यालयों का डैशबोर्ड एक जैसा होना चाहिए ताकि पूरे राज्य के नागरिकों को एकसमान अनुभव मिल सके।
इस सेवा के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु “रिंग और क्लस्टर” प्रणाली लागू की जाए। रिंग में शुरुआत में उन तहसीलों के 10 से 12 गाँवों को शामिल किए जाएँ और ज़रूरत के अनुसार सेवाएँ मुहैया कराई जाएँ। इस रिंग के प्रबंधन हेतु स्वतंत्र समूह और प्रबंधन टीम बनाई जाए। मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने यह भी निर्देश दिए कि इन सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए डिश डिजिटल सेवा हब का इस्तेमाल किया जाए।
इस बैठक में राज्य के मुख्य सचिव राजेश कुमार ने सेवा वितरण में अपील की सुविधा उपलब्ध कराने तथा प्रमाणपत्र वितरण के लिए मल्टी-मॉडल प्रणाली (जैसे ईमेल, पोर्टल, व्हॉट्सऐप) का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए।
आपले सरकार पोर्टल के माध्यम से वर्तमान में पूरे राज्य में 1001 सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं, जिनमें से 997 सेवाएं पोर्टल पर उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। पिछले पंद्रह दिनों में पोर्टल पर उपलब्ध सेवाओं में 236 सेवाओं की वृद्धि हुई है।
इस बैठक में राज्य सेवा अधिकार आयोग के आयुक्त मनुकुमार श्रीवास्तव, मनपा के आयुक्त भूषण गगराणी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (योजना) राजगोपाल देवरा, सामाजिक न्याय विभाग के प्रधान सचिव डॉ. हर्षदीप कांबले, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव पराग जैन नैनुटीया तथा महाआईटी के प्रबंध निदेशक संजय काटकर आदि उपस्थित थे।